दमोह। किसी से सवाल पूछो कि शादी के बाद क्या होता है। लड़का बोलेगा हनीमून, लड़कियां बताएंगी बच्चे, चूल्हा चौका और क्या लेकिन यदि आप अठ्या दंपत्ति से पूछेंगे तो वह कहेंगे कि शादी के बाद करियर की शुरूआत होती है। जी हां, शादी के 2 साल बाद दोनों ने एक साथ पीएससी की परीक्षा पास की है और वो भी पहली ही बार में।
वर्तमान में रमकांत रीवा के शासकीय काॅलेज में सहायक ग्रंथपाल हैं तो उनकी पत्नी सीता कटनी के केंद्रीय विद्यालय में सहायक ग्रंथपाल हैं। दोनों ने मिलकर पढ़ाई जारी रखी और 6 दिसंबर को लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित किए गए परिणामों में पति पत्नी ग्रंथपाल पद के लिए चयनित हो गए हैं। सूची में रमाकांत 187 वें नंबर पर और उनकी पत्नी सीता 159वें स्थान पर हैं। दोनों अब कॉलेज स्तर पर ग्रंथपाल नियुक्त किए गए हैं। दोनों ही सहायक प्राध्यापक के समान पद पर रहेंगे।
दो साल पहले हुई शादी, पहली बार में ही PSC पास
रमाकांत अठ्या 44 और सीता अठ्या 38 दोनों की शादी वर्ष 2016 में हुई थी। दोनों ने पहली बार ही एक साथ पीएससी की परीक्षा में भाग लिया था और पहली बार में ही सफलता भी हासिल कर ली। ग्राम छेवला दुबे निवासी रमाकांत अठ्या ने बताया कि पांचवीं तक की पढ़ाई गांव में ही की। रमाकांत 12 साल के थे, तब उनकी मां का निधन हो गया। इसके बाद उनके पिता को अपनी तीन बेटियों व एक बेटे की पढ़ाई की चिंता सताने लगी। जैसे-तैसे उन्होंने हटा में पढ़ाई करने भेजा। जहां पर हास्टल में रहकर दसवीं तक की पढ़ाई की।
Damoh में हायर सेकंडरी व Sagar University से Librarian
दमोह के एक्सीलेंस स्कूल स्थित एग्रीकल्चर स्कूल से कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण की और सागर यूनिवर्सिटी पहुंचा। उन्हाेंने बताया कि वहां पर बीएससी भूगर्व शास्त्र किया, फिर हिंदी साहित्य से एमए करने के बाद बैचलर आफ लाइब्रेरियन किया और इसके बाद वर्ष 2000 में यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद दो साल दिल्ली विवि में अस्थायी सेवाएं दीं। वर्ष 2003 में उनका चयन रीवा कॉलेज में सहायक ग्रंथपाल के पद पर हो गया था। वर्ष 2016 में उनकी शादी सीता अठया से हुई वर्तमान में सीता कटनी एनकेजे केंद्रीय विद्यालय में सहायक ग्रंथपाल के पद पर पदस्थ हैं।