नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमलनाथ और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका ऐलान गुरुवार को शाम 4 बजे किया जाएगा। दोपहर बाद राहुल के साथ उनकी मीटिंग तय है। माना जा रहा है इसमें मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा। इसके बाद भोपाल में विधायक दल की बैठक होगी, जहां पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय कार्यसमिति के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें नेता के चयन के लिए राहुल गांधी को अधिकृत कर दिया गया था। हालांकि सीएम की रेस में सबसे आगे कमलनाथ का नाम चल रहा है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस रेस में अब तक बने हुए हैं।
कई विधायकों ने की सिंधिया से मुलाकात
कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम को लेकर दिनभर नाथ व सिंधिया समर्थकों के मुलाकातों का सिलसिला चला। सिंधिया जिस होटल में ठहरे थे, वहां उनसे मिलने लगभग चार दर्जन विधायक पहुंचे। सिंधिया समर्थक कई विधायक तो अपने नेता के लिए मुखर भी नजर आए। इधर, रात को पर्यवेक्षकों के साथ दिग्गज नेताओं और विधायकों की बैठकों में यह तय किया गया कि विधायक दल के नेता का ऐलान गुरुवार की शाम चार बजे किया जाएगा।
14 दिसंबर को होगा शपथ ग्रहण
अगर गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया तो मुख्यमंत्री पद की शपथ 14 दिसंबर को हो सकती है। एके एंटनी आज फिर से भोपाल आएंगे। वे यहां पीसीसी में शाम 4 बजे होने वाली विधायकों की बैठक में शामिल होंगे। विधायक दल के नेता का ऐलान भी कर दिया जाएगा।
मुलाकातों का दौर और लंच पॉलिटिक्स : सिंधिया से 70 विधायक एक निजी होटल में भी मिले। बाद में ग्वालियर-चंबल के विधायकों के साथ सिंधिया ने लंच भी किया। 114 में से आधे से ज्यादा विधायकों की सिंधिया से इस मुलाकात को मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद के रूप में भी देखा जा रहा है। बुरहानपुर से चुने गए निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह उर्फ शेरा और सुसनेर विधायक विक्रम सिंह राणा ने भी सिंधिया से मुलाकात की। उधर, कमलनाथ से भी कई विधायकों ने मुलाकात की।