भोपाल। सामान्य, पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स) ने नव निर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ से औपचारिक भेंट हेतु समय मांगा है। इसके साथ ही सपाक्स ने उस आरोप पर भी स्पष्टीकरण दिया है जिसमें कहा जा रहा है कि सपाक्स ने कांग्रेस की बी टीम की तरह काम किया और केवल भाजपा सरकार को हटाने के लिए सारी गतिविधियां संचालित कीं।
सपाक्स संस्था की ओर से कहा गया है कि भेंट हेतु समय प्राप्त होने संस्था प्रतिनिधि मंडल कमलनाथ को प्रदेश के 18 वें मुखिया होने पर बधाई देते हुए अपनी मांगों और समस्याओं पर उनका ध्यान आकर्षित करेगा। बताया कि संस्था मप्र सरकार की "पदोन्नति में आरक्षण" के असंवैधानिक नियमों, एट्रोसिटी एक्ट, एक वर्ग विशेष को नौकरियों में प्राथमिकता देने और सामान्य, पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्ग के नौजवानों से अन्याय करने जैसे मुद्दों पर निरंतर संघर्ष कर रही है। संस्था द्वारा इस मुद्दे पर जन जागरूकता का व्यापक प्रभाव हुआ है।
यह रहा स्पष्टीकरण
संस्था द्वारा वर्तमान सरकार से मिलने को लेकर यह भ्रांति उत्पन्न की जा रही है कि संस्था ने कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए भाजपा सरकार के विरुद्ध वातावरण तैयार किया। संस्था यह स्पष्ट करना चाहती है कि संस्था ने मात्र और मात्र अपने साथ हुए अन्याय के संबंध में जन जागरूकता का कार्य किया है। संस्था शासकीय सेवकों का संगठन है और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। संस्था किसी भी राजनैतिक गतिविधि में कभी भी संलग्न नहीं रही।