भोपाल। भाजपा सरकार के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी ही धूमधाम के साथ मध्यप्रदेश में आनंद मंत्रालय की शुरूआत की थी। यह देश का पहला इस तरह का मंत्रालय था। हालांकि मध्यप्रदेश में 'आनंद मंत्रालय' कुछ खास नहीं कर पाया परंतु सरकारी खजाने से कोई 40 करोड़ रुपए खर्च करके शिवराज सिंह के नाम एक रिकॉर्ड जरूर बन गया था। अब कमलनाथ सरकार इसे बंद करने जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा अध्यात्म विभाग के गठन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग तथा आनंद विभाग को शामिल करते हुए नवगठित होने जा रहे इस प्रस्तावित अध्यात्म विभाग में धार्मिक न्यास तथा धर्मस्व संचालनालय, तीर्थ एवं मेला प्राधिकरण, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना संचालनालय और राज्य आनंद संस्थान समाहित होंगे।
बता दें कि इस संदर्भ में कांग्रेस ने अपने चुनावी वचन पत्र में घोषणा की थी। सीएम कमलनाथ ने मंत्रियों के बीच विभागों के वितरण के दौरान भी उपरोक्त विभागों का प्रभार किसी को नहीं दिया था। यहां तक कि अपने पास रखे गए विभागों में भी इन विभागों का उल्लेख नहीं किया गया था। कमलनाथ का अध्यात्म विभाग क्या कुछ नया करेगा यह तो वक्त ही बताएगा परंतु फिलहाल एक और नए मंत्री की जगह तो बन ही गई।