भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्ता और संगठन के एकमात्र नेता शिवराज सिंह चौहान अब भाजपा की लिस्ट में सबसे नीचे आ गए हैं। भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति में शिवराज सिंह चौहान का नाम नंबर 13 पर दर्ज किया गया है जबकि राकेश सिंह, प्रभात झा सहित कई नेता उनसे बहुत ऊपर दर्ज हैं।
2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से लेकर प्रचार अभियान तक शिवराज सिंह चौहान ने ना तो किसी की चलने दी और ना ही किसी की सुनी। हालात यह थे आरएसएस के लोग भी शिवराज सिंह से नाराज हो गए थे। हाथ से सत्ता सरक जाने के बाद भी शिवराज सिंह भाजपा पर कब्जा बनाए रखने की कोशिश करते रहे जो लगातार जारी है परंतु हाईकमान की तरफ से संकेत कुछ और ही आ रहे हैं।
बता दें कि अब तक इस तरह की सूचियों में शिवराज सिंह का नाम नंबर 1 पर होता था परंतु लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन समिति में शिवराज सिंह का नाम 13वें नंबर पर दर्ज किया गया है। इस सूची में सबसे पहला नाम केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का है। उसके बाद प्रभात झा, कैलाश विजवर्गीय और राकेश सिंह के नाम हैं। इस सूची में शिवराज सिंह चौहान का नाम 13वें पायदान पर है।
शिवराज सिंह का गिरता कद
चुनाव के तत्काल बाद आभार यात्रा का ऐलान किया परंतु मंजूरी नहीं मिली।
नेता प्रतिपक्ष की रेस में खुद सबसे आगे आकर खड़े हो गए परंतु नामंजूर कर दिए गए।
भाजपा की प्रदेश इकाई के काम में बार बार देखल देने लगे, अमित शाह ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर चुप रहने के संकेत दिए।
लोकसभा चुनाव से पहले तेजी से सक्रिय हो रहे हैं, प्रदेश का दौरा कर रहे हैं, पार्टी ने 13वें नंबर पर नाम दर्ज कर स्पष्ट कर दिया कि 'कृपया कतार में रहें, उचित अवसर की प्रतीक्षा करें।'