इंदौर। जिस महिला बाल विकास अधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की पत्नी पर आर्मी के मेजर ने धोखे से शादी करने और 65 लाख का मकान हड़प लेने का आरोप लगाया है, खबर आई है कि अब उसके खिलाफ 170 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी लामबंद हो गईं हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने शिकायत की है कि महिला बाल विकास अधिकारी उन्हे झूठा बयान देने के लिए बोल रहीं हैं और ऐसा ना करने पर नौकरी से निकालने की धमकी भी दे रहीं हैं।
खुद को कुंवारी बताकर मेजर से ब्याह रचाने वाली महिला व बाल विकास विभाग की महिला अधिकारी के खिलाफ 170 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने लामबंद होकर सोमवार शाम को संभागीय कार्यालय में शिकायत की है। सभी ने कहा कि शादी के प्रमाण पत्र पर धोखे से उनके साइन लिए गए। अब बार-बार बयान देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। नौकरी से निकालने की धमकी भी दी जा रही है। उधर, मामले में संयुक्त संचालक राजेश मेहरा ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिला अधिकारी की शिकायत की है। हम इसकी जांच कराएंगे।
मेरे पति पहुंच वाले पुलिस अधिकारी
कार्यकर्ताओं ने कहा अधिकारी धमकी देती थी- मेरे पति पुलिस में बड़े अधिकारी हैं। उनकी ऊपर तक पहुंच है। उनके कारण ही मैं एक ही जगह 13 साल से जमी हूं। तीन कार्यकर्ताओं ने कहा हमें यह कहकर मकान ढूंढने के लिए कहा कि यहां ऑफिस लगेगा। मैडम किसी आदमी के साथ वहां रहने आईं। बोलीं मौसी का लड़का है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से मकान की रोज सफाई भी कराती थीं।
तुम कहना-दीदी बहुत अच्छी हैं, इनसे पारिवारिक रिश्ते हैं
एक कार्यकर्ता ने कहा- जब पूछा कि किसलिए बयान देना है तो कहा 'तुमको सिर्फ यह कहना है कि दीदी अच्छी हैं। हमारे इनसे पारिवारिक संबंध हैं। हमने परेशानी के बारे में पूछा था तो दीदी ने बताया था कि एक आदमी ब्लैकमेल कर रहा है। और यह भी मत बताना कि तुम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हो।' कार्यकर्ता का कहना है हमने जब कहा कि ऐसा हुआ ही नहीं तो हम बयान कैसे दें तो उन्होंने नौकरी से निकालने की धमकी दी।