भोपाल। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में मंत्री एवं भोपाल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरिफ अकील के विरोधियों ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा दस्तावेज वायरल किया है, जो 2007 में बनाया गया था और जिसके आधार पर आरिफ अकील के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद मामला फिर सुर्खियों में आ गया है।
दस्तावेज सन् 2007 का है। इसमें शोएब कुरेशी को आदतन अपराधी बताते हुए गुंडा सूची में दर्ज किया जाना बताया गया था और इसी दस्तावेज में लिखा है कि आरिफ अकील उसे संरक्षण देकर छुड़ा देता है। यह भी बताया गया कि शोएब कुरेशी ने नगरपालिका का चुनाव लड़ा था जो वो हार गया। बताया जा रहा है कि यह दस्तावेज बैरसिया एसडीओपी संजीव पाठक ने लिखा है।
बैरसिया एसडीओपी संजीव पाठक का कहना है कि जिस समय का यह दस्तावेज है, वो बैरसिया में पदस्थ नहीं थे। साथ ही उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी के साथ जिला बदर के मामलों में उस संभाग के सीएसपी या फिर एसडीओपी की भी भूमिका अनुशंसा में होती है। जिस अनुशंसा की कॉपी की बात की जा रही है उस समय आरिफ अकील मंत्री नहीं, बल्कि कांग्रेस के विधायक थे।