नई दिल्ली। शौचालय के स्वामित्व और सतत उपयोग को बढ़ावा देने और स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाये गये करोड़ो शौचालयों को नया रूप प्रदान करने के लिए पेय जल तथा स्वच्छता मंत्रालय ने ‘स्वच्छ सुंदर शौचालय’ नामक एक महीने तक चलने वाला अभियान शुरू किया है। यह अभियान एक जनवरी को शुरू हुआ है। इस अभियान में एक विशेष प्रतियोगिता शामिल की गई है, जिसके तहत सभी लोगों को अपने शौचालय पेंट करने और सजाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता ग्राम पंचायतों द्वारा प्रायोजित की जायेगी, जिसमें जिला प्रशासन समन्वय करेगा। इस अभियान में पूरे देश की 2.5 लाख ग्राम पंचायतों के ग्रामीण समुदाय शामिल होंगे। व्यक्तिगत घरों, ग्राम पंचायतों और जिलों को पेंट किये गये शौचालयों की संख्या और कार्य की गुणवत्ता और रचनात्मकता के आधार पर सम्मानित किया जायेगा।
अभियान की एक महीने की अवधि के दौरान हर घर के मालिक को अपने शौचालयों को पेंट करके, रचनात्मक रूप से सजाकर सुन्दर बनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। लोग अपने शौचालयों को स्वच्छ भारत ‘लोगो’ और सुरक्षित सुरक्षा संदेश से भी सजा सकते हैं। यह अभियान पूरे ग्रामीण भारत में शुरू किया गया है और मंत्रालय एक विशेष रूप से डिजाइन किये गये पोर्टल के माध्यम से इसकी निगरानी कर रहा है। यह अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई कल्पना के अनुसार जन आंदोलन के रूप में स्वच्छ भारत को मजबूत बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया एक और नवाचार कदम है।
ग्रामीण भारत में स्वच्छता की कवरेज़ 98 प्रतिशत को पहले ही पार कर चुकी है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की शुरूआत से लेकर अब तक इस मिशन के तहत 9 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हो चुका है। सुरक्षित स्वच्छता प्रक्रियाओं को अपनाने और देश को खुले में शौच मुक्त बनाने (ओडीएफ) की दिशा में शौचालय तक पहुंच एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भी सच है कि अच्छी तरह से साफ, सुथरा और सुंदर रखा गया शौचालय लोगों को लगातार उपयोग के लिए प्रोत्साहित करता है। ‘स्वच्छ सुन्दर शौचालय’ अभियान को जनता की भागीदारी की दिशा में एक मजबूत कदम के रूप में देखा जा रहा है।