भोपाल। कैग रिपोर्ट ने हंगामा मचा दिया है। एक अनुमान लगाया जा रहा है कि एक वित्तीय वर्ष में 40000 करोड़ का घोटाला हुआ है। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मध्यप्रदेश पर करीब 14 साल शासन किया है। कांग्रेस सरकार के अघोषित मार्गदर्शक दिग्विजय सिंह की अपील के बाद सीएम कमलनाथ ने कहा है कि कैग की रिपोर्ट पर हो रहा अध्ययन, अध्ययन के बाद कार्रवाई करेंगे।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कैग रिपोर्ट में सामने आए 40000 करोड़ के घोटालों पर कहा कि मप्र सरकार को तत्काल वित्त मंत्री जी की अध्यक्षता में मंत्री मण्डलीय समिति बना कर दोषी लोगों पर कार्यवाही करना चाहिए। बता दें कि 2016-17 की कैग रिपोर्ट में बताया गया है कि शिवराज सिंह सरकार ने सरकारी धन का बेहिसाब खर्चा किया। आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान 40000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।
2016-17 वित्तीय वर्ष में भारी अनियमितताएं हुईं: कैग रिपोर्ट
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में बताया गया कि पेंच परियोजना में 376 करोड़ की अनियमितता की गई। इसके अलावा वाटर टैक्स में 6270 करोड़ का नुकसान, सार्वजनिक उपक्रमों में 1224 करोड़ का नुकसान, छात्रावास संचालन में 147 करोड़ की अनियमितता हुई है। मार्च 2017 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष की कैग रिपोर्ट में कहा गया कि शिवराज सरकार के दौरान 2016-17 के वित्तीय वर्ष में हुई भारी अनियमितताएं हुईं।