नई दिल्ली। दुनिया भर में से करीब 70 करोड़ ईमेल आईडी/पासवर्ड हैक कर लिए गए हैं। 2018 में पूरे साल आईडी/पासवर्ड की चोरी करने के बाद हैकर्स ने उन्हे एक फाइल में जमा करके उसे ठगों के बाजार में बेच दिया है। यानी अब आपके ईमेल आईडी/पासवर्ड का उपयोग कोई भी ठग कर सकता है और आपके बैंक खाते को साफ कर सकता है या फिर आपके ईमेल से देश विरोधी गतिविधियां, सोशल अकाउंट हैंकिंग, आतंकवादी गतिविधियां, फ्रॉड, ठगी, कुछ भी कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर ट्रॉय हंट ने दावा किया है ये ईमेल आईडी और पासवर्ड्स 12 हजार अलग अलग फाइल्स में स्टोर किए गए हैं। इन फाइल का साइज 87GB से ज्यादा है। ट्रॉय हंट के मुताबिक उन्होंने पाए गए डेटा पर काम किया है। हंट का कहना है कि लीक्ड डेटा डंप में 2 बिलियन से ज्यादा ईमेल आईडीज हैं। इसे पिछले साल अलग अलग सोर्स से कलेक्ट किया गया है। हालांकि इस डेटा में डुप्लिकेट एंट्री भी थी जिसे उन्होंने साफ करने की कोशिश की हैं उन्होंने कहा है, ‘ डेटा डंप में टोटल 772,904,991 यूनीक ईमेल ऐड्रेस थे।
बड़ा सवाल अब क्या करें / Big question What do we do now
रिसर्चर ट्रॉय हंट ने एक लिंक शेयर की है और कहा है कि इस लिंक पर अपना ईमेल एड्रेस डालकर यह पता लगाएं कि वो हैक हुआ है या नहीं लेकिन प्रसिद्ध हिंदी ब्लॉगर उपदेश अवस्थी कहते हैं कि ऐसा कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। बस आपने ईमेल एड्रेस का पासवर्ड बदल लें और निश्चिंत हो जाएं।