बैतूल। प्यार में चुहलबाजियां कब ताने बन जातीं हैं पता ही नहीं चलता। ताने हमेशा चुभन देते हैं और यदि कोई ऐसा जिंदगी में जिसकी अहमियत सबसे ज्यादा हो, ताने मारता रहे तो कई बार वो जानलेवा भी हो जाते हैं। इस केस में ऐसा ही हुआ है। लिखकर पॉलीटेक्निक कॉलेज सोनाघाटी की सेकंड ईयर की छात्रा ट्रेन के सामने कूद गई। उसने अपने बैग में सुसाइड नोट रखा था। बैग ट्रेन में ही फंसा रह गया। अगले स्टेशन पर जीआरपी ने लावारिस बैग जब्त किया तब कहीं जाकर छात्रा की पहचान हो सकी।
बैतूल पुलिस के अनुसार मयूरी जायसवाल निवासी देवगांव पॉलीटेक्निक कॉलेज में सेकंड ईयर की छात्रा थी। रविवार सुबह 9 बजे देवगांव से सहेली से मिलने बैतूल आई थी। इसके बाद उसने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। 5 बजे सदर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर उसका शव मिला। छात्रा के बैग में एक सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 305 (शिशु या उन्मत्त व्यक्ति की आत्महत्या का दुष्प्रेरण) का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस छात्रा के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाल रही है।
छात्रा ने सुसाइड नोट में क्या लिखा है
छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है। मैं बहुत परेशान हो चुकी हूं। तुम हमेशा मुझे काली-काली कह कर बुलाते हो न, तुम्हारी इच्छा है मैं मर जाऊ। तुम्हारे इन शब्दों को सुन-सुनकर में तंग आ गई हूं। इसलिए मैं मर रही हूं।
छात्रा कूदी लेकिन बैग ट्रेन में फंसा रह गया था
बैतूल के सदर क्षेत्र में छात्रा के ट्रेन के सामने कूदने के दौरान बैग ट्रेन में लटक कर आमला पहुंच गया था। जहां जीआरपी को बैग मिला। बैग में मिले दस्तावेजों के आधार पर मृत लड़की के शव की शिनाख्त हो सकी।
अनिल कुमार पुरोहित, थाना प्रभारी कोतवाली