BHOPAL: कोलार में 3 माह प्रतिदिन 4 घंटे भी बिताए तो अस्थमा पक्का | MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। भोपाल अब वायु प्रदूषण की चपेट में आ रहा है। भोपाल जिले की नई तहसील कोलार में यह 285.91 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया है। सरल शब्दों में कहें तो यदि आपने कोलार के प्रदूषण में 3 माह तक प्रतिदिन 4 घंटे बिताए और अपने फैंफड़ों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किया तो अस्थमा पक्का है। 

मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच दिनों में कोलार इलाके में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ते हुए 285.91 एक्यूआई पर जा पहुंचा है, जो औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप से भी 54.71 अधिक है। कोलार में जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘पुअर’ कैटेगरी में पहुंच गया है, वहीं राजधानी के ज्यातर इलाकों में एंबिएंट एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार ‘मॉडरेट’ बना हुआ है। सोमवार को भोपाल का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 183.91 था। इसमें हवा में उड़ते धूल कण यानी पीएम-10 की मात्रा 10 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर थी। वहीं पीएम-2.5 की मात्रा 97.2 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर थी। हवा में पीएम-10 और पीएम-2.5 का यह स्तर खुली हवा में सांस लेने वाले व्यक्तियों की कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। 

शहर में कहां-कितना एयर क्वालिटी इंडेक्स 
कोलार रोड 285 
होशंगाबाद रोड 196 
हमीदिया रोड 196 
बैरागढ़ 127 
गोविंदपुरा 166 
अरेरा कॉलोनी 129 
मंडीदीप 231.2 

कोलार में दिल्ली जैसे बन सकते हैं हालात 
समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो कोलार इलाके में प्रदूषण के हालात दिल्ली जैसे बन सकते हैं। पिछले एक माह से दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 400 से अधिक बना हुआ है। प्रदूषण की सबसे ज्यादा मार आईटीआई जहांगीरपुरी इलाके में है, जहां एक्यूआई 806 है, जबकि सबसे कम प्रदूषित हवा अमेरिकी दूतावास वाले इलाके की है, जहां एक्यूआई 179 है। 

इन बीमारियों का खतरा- 
वायु प्रदूषण शरीर पर ऊपर से कम और अंदरूनी अंगों को ज्यादा प्रभावित करता है। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, खांसी, साइनस, टीबी और गले में इंफेक्शन, अस्थमा समेत फेफड़ों से जुड़ीं बीमारियों के लिए प्रदूषित हवा काफी हानिकारक होती है। 

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!