भोपाल। लोकसभा की तैयारियों के नाम पर बुलाई गई भारतीय जनता पार्टी की मीटिंग में वो सबकुछ हुआ जो भाजपा की संस्कृति तो कतई नही थी। उत्तर विधानसभा से चुनाव हारीं प्रत्याशी फातिमा सिद्दीकी ने एक महिला पदाधिकारी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद हंगामा शुरू हुआ तो फातिमा सिद्दीकी के पति ने चाकू लहराया और गालियां दीं।
उत्तर विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव हारीं फातिमा सिद्दीकी ने हार का गुबार निकालते हुए अग्रसेन मंडल अध्यक्ष रुक्मिणी मालवीय को थप्पड़ जड़ दिए। इसके बाद फातिमा के पति ने जिले के नेताओं के साथ बैठक में मौजूद लोगों को भी अपशब्द कहे। विवाद इतना बढ़ा कि पूर्व विधायक व लोकसभा सीट के चुनाव प्रभारी जसवंत सिंह हाड़ा, पूर्व संगठन मंत्री सुरेश आर्य और महापौर शर्मा को बीच-बचाव करना पड़ा। महापौर ने इस बारे में कहा कि आपसी मनमुटाव रहते हैं, लेकिन दोनों पक्षों को समझा लिया गया।
बैठक शाम 7 बजे से शुरू हुई। इसमें सांसद आलोक संजर, जिलाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक सैनी, उत्तर विधानसभा के तीनों मंडलों के अध्यक्ष समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे। हंगामे के दौरान जब फातिमा और रुक्मिणी के बीच विवाद चल रहा था तब फातिमा के पति भी इसमें शामिल हो गए और उन्होंने बीच-बचाव कर रहे कार्यकर्ताओं को चाकू निकालकर डराया।
यह घटनाक्रम हुआ मीटिंग में
बैठक के दौरान फातिमा : रुक्मिणी की तरफ देखकर कहा-मुझे क्यों घूर-घूर कर देख रही है।
रुक्मिणी: तुझे क्यों देखूंगी।
फातिमा - तुमने तो चुनाव के दौरान पार्टी के नाम पर हाथ का पंजा दिखाया था। मेरे खिलाफ काम किया था।
फातिमा - जिले के नेताओं की तरफ देखते हुए....इन्हें (रुक्मिणी) पार्टी से बाहर निकाला जाए।
रुक्मिणी - फातिमा की तरफ देखते हुए...चार दिन हुए हैं पार्टी में आए। किसको बाहर करना है, किसको अंदर..यह आप तय करोगी। अपना काम करो।
फातिमा - मैं जानती हूं किसने मेरे लिए काम किया। महापौर की तरफ देखते हुए कहा, सब कांग्रेस को जिताना चाहते थे।
(इसी बीच फातिमा खड़ी हुईं और रुक्मिणी को थप्पड़ जड़ दिए।)
फातिमा के पति ने कहा-(महापौर की तरफ देखते हुए) पहले आरिफ बेग और अब हमें हराया। सब कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। पार्टी में क्या कोई सुनने वाला नहीं है। (इसके बाद अपशब्द का इस्तेमाल किया। जमकर धक्कामुक्की हुई।)
संगठन तक पहुंची बात
जिले के वरिष्ठ नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी संगठन को दे दी है। यह भी बताया कि फातिमा ने सबसे पहले महापौर से शिकायत की। इसके बाद जसवंत सिंह हाड़ा ने भी पक्ष सुना। इसके बाद भी विवाद हुआ। कई नेताओं ने समझाइश दी, लेकिन घटना घट गई।
एकजुटता ही हमारी पहचान :
बैठक में हाड़ा ने कहा कि एकजुटता ही हमारी पहचान है। हमें एकजुट होकर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जीत हासिल करने के लिए चुनाव मैदान में उतरना है। आने वाले दिनों में युवा संसद, मेरा घर-भाजपा का घर, सैनिक सम्मान समारोह आदि का आयोजन होगा।