भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार वल्लभ भवन के सामने 'वंदे मातरम्' गाकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसके बाद सभी विधायक विधानसभा सदन की ओर चले गए।
बता दें कि मंत्रालय वल्लभ भवन के सामने पिछले 14 सालों से प्रतिमाह के पहले कार्यदिवस पर 'वंदे मातरम्' का गायन किया जाता था परंतु सीएम कमलनाथ ने इसे बंद करवा दिया और 2019 जनवरी 01 को इसका आयोजन नहीं हुआ। विरोध स्वरूप शिवराज सिंह ने वल्लभ भवन के सामने 'वंदे मातरम्' गाने का ऐलान किया था। 07 जनवरी 2019 विधानसभा सत्र के पहले दिन वो भाजपा विधायकों के साथ वल्लभ भवन के सामने एकत्रित हुए और 'वंदे मातरम्' का गायन किया।
बता दें कि वंदे मातरम् पर रोक के बाद उपजे असंतोष के कारण बचाव की मुद्रा में आई कमलनाथ सरकार ने एक दिन बाद ही नए स्वरूप में शुरू करने की घोषणा की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम अब और ज्यादा प्रभावी तरीके से होगा। इस पर शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने #वंदेमातरम पहले बंद किया, लेकिन विरोध हुआ और उस पर हमारे मध्य प्रदेश के नागरिकों का दबाव पड़ा, तो इसे नए स्वरूप में लागू करने की बात कही है। वंदे मातरम का कोई नया पुराना स्वरूप नहीं होता। वंदे मातरम सिर्फ वंदे मातरम है।