भोपाल। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही लोकतांत्रिक परंपराओं को तोड़ने का काम किया है। इस बात की भी बहुत अधिक आशंका है कि विधानसभा में भी कांग्रेस का आचरण ऐसा ही रहे। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया। यह बात सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि देश में लोकतंत्र नियम और परंपराओं दोनों से ही चलता है। मध्यप्रदेश में भी परंपराओं का एक गौरवशाली इतिहास रहा है, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही पहले दिन से स्थापित परंपराओं को तोड़ने का काम किया है। चाहे वह वंदेमातरम् का गायन हो या फिर विधानसभा के भीतर प्रोटेम स्पीकर का चयन। कांग्रेस सरकार ने दोनों ही मामलों में स्थापित परंपराओं को तोड़ा है। अब तक परंपरा यह रही है कि सबसे वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकार बनाया जाता है। उसमें यह भी नहीं देखा जाता कि वह विधायक किस दल का है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सीनियर मोस्ट सांसद होने के कारण लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर बन चुके हैं। लेकिन मध्यप्रदेश में इस परंपरा का पालन नहीं किया गया। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम मध्यप्रदेश विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री व विधायक श्री विजय शाह विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार होंगे। श्री सिंह ने कहा कि पार्टी ने श्री शाह को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है और उनका नामांकन भी जमा करा दिया गया है। हम पूरी ताकत से यह चुनाव लड़ेंगे।