भोपाल। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, छतरपुर के कुलपति प्रो. प्रियव्रत शुक्ल द्वारा आज प्रस्तुत त्यागपत्र तत्काल प्रभाव से स्वीकृत कर लिया है। महाराजा छत्रसाल बुन्देलख्पण्ड विश्वविद्यालय, छतरपुर में नये कुलपति की नियुक्ति होने तक प्रो. के. एन. सिंह यादव, कुलपति, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा उनके पदीय दायित्वों के साथ-साथ महाराज छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, छतरपुर के कुलपति के पद का कार्य भी संपादित करेंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही संवैधानिक पदों के साथ बड़े संस्थानों के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों द्वारा इस्तीफा दिया जा रहा है, किंतु कुलपति के पद के साथ ऐसा कुछ भी नहीं होने के बावजूद इस्तीफा दे दिए जाने से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि प्रोफेसर प्रियव्रत शुक्ल रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के दर्शनशास्त्र विभाग में प्रोफेसर हैं। उनका यह पद बना रहेगा।
अचानक दिया Resignation
बुधवार अचानक घटे घटनाक्रम के चलते महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रियव्रत शुक्ल ने फैक्स के माध्यम से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को इस्तीफा भेजा। दोपहर 12 बजे भेजे गए इस इस्तीफा को राज्यपाल ने दोपहर 2 बजे स्वीकार कर करते हुए डॉ. शुक्ल को पदमुक्त कर दिया। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति का अस्थाई दायित्व अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपति केएन सिंह यादव को सौंपा गया है। वे अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के अतिरिक्त महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का भी प्रभार संभालेंगे। डॉ. प्रियव्रत शुक्ल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर हैं। पदमुक्त होने के बाद वे रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में बतौर प्रोफेसर ज्वाइन करेंगे।