भोपाल। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में छात्रों को इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स सिखाने के लिए स्पेशल क्लास लगाई जा रही हैं। इसमें टीचर्स की ओर से छात्रों को आंसर राइटिंग के अलग-अलग फॉर्मेट बताए जा रहे हैं। जिससे न केवल छात्रों को टॉपिक्स को समझकर अपने शब्दों में आंसर लिखने की कला आएगी, बल्कि उन्हें टफ से टफ सब्जेक्ट में अच्छे नंबर मिल पाएंगे।
इसको लेकर स्कूलों में टॉपिक्स के रिवीजन के साथ छात्रों को आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस भी कराई जा रही है। जिससे वे बोर्ड एक्जाम में अपनी अच्छी परफॉर्मेंस दे पाएंगे। एक्सपर्ट की मानें तो बोर्ड छात्रों के लिए मार्किंग स्कीम में बदलाव के साथ-साथ क्वेश्चन पेपर के पैटर्न में बदलाव करने जा रहा है। जिसकी वजह से छात्रों को अब बोर्ड एक्जाम के लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी। साथ ही वे अलग-अलग सब्जेक्ट में अपना बेहतर स्कोर तब कर सकते हैं, जब उन्हें यह नया पैटर्न अच्छी तरह समझ में आएगा। इसको लेकर उन्हें पेपर पैटर्न को समझाने में टीचर्स की मदद भी ली जा रही है।
BOARD ने किए हैं यह खास बदलाव
स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा को आसान बनाने के लिहाज़ से प्रश्नपत्र में बदलाव किए गए हैं। कंपल्सरी सवालों की संख्या कम कर मल्टीपल ऑप्शन वाले सवालों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि स्टूडेंट्स को ज्यादा प्रश्न हल करने का मौका मिल सके। अगले साल से बोर्ड के प्रश्नपत्रों में ऑब्जेक्टिव टाइप सवालों को भी शामिल करेगा। यदि सवालों के पारंपरिक जवाबों से हटकर कोई स्टूडेंट इनोवेटिव जवाब देता है, तो उसे अतिरिक्त अंक मिलेंगे।
बदली सात विषयों की एक्जाम डेट / Change of seven subjects EXAM DATE
सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड के सात विषयों की परीक्षा तिथि में बदलाव किया है। छात्रों की ओर से यह आपत्ति दर्ज कराई थी कि 25 से लेकर 30 मार्च तक लगातार परीक्षाएं होने पर उन्हें तैयारी के लिए कम समय मिल रहा है। ऐसे में उनकी आपत्ति पर विचार कर बोर्ड ने 28 मार्च को आयोजित होने वाले कंप्यूटर साइंस और इंफोर्मेटिक्स प्रेक्टिस की परीक्षा की तिथि 2 अप्रैल कर दी है। साथ ही 2 अप्रैल को होने वाली परीक्षा फिलॉस्फी, आंत्रप्रेन्योरशिप, ह्यूमन राइट एंड जेंडर स्टडीज, थिएटर स्टडीज तथा लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंसेज की डेट बदलकर 4 अप्रैल कर दी है। अब सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा 3 की जगह 4 अप्रैल को खत्म होंगी।
बरती जाएगी सतर्कता
बोर्ड परीक्षा के अंक पत्रों में गड़बड़ी न हो, इसको लेकर सीबीएसई इस बार सजग रहेगा। साथ ही आंसरशीट के मूल्यांकन में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। इसके लिए मूल्यांकन केंद्रों पर मुख्य परीक्षक, सहायक मुख्य परीक्षक, समन्वयक और परीक्षकों की टीम रहेगी। वह उत्तरपुस्तिकाओं का विभिन्न स्तरों पर मूल्यांकन करेगी। एक परीक्षक को 25 से अधिक काॅपियां नहीं मिलेंगी। सभी स्कूलों से कहा गया है कि मूल्यांकन के लिए वे अपने शिक्षकों को समय से फ्री कर दें।