भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का वार्षिक समारोह आईएएस सर्विस मीट शुरू हो गई है। सीएम कमलनाथ ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान कमलनाथ एक मोटिवेशनल गुरू (MOTIVATIONAL GURU KAMAL NATH) की भूमिका में नजर आए। उन्होंने अधिकारियों को सफलता (SUCCESS ) और संतुष्टि (SATISFACTION ) में अंतर सिखाया और प्रेरित किया कि संतुष्टि के लिए काम करें, सफलता के लिए नहीं क्योंकि सफलता कभी स्थाई नहीं होती।
पढ़िए क्या क्या कहा मोटिवेशनल गुरू कमलनाथ ने
सफलता और संतुष्टि में बड़ा अंतर होता है। किसी पद को प्राप्त करने की सफलता संतुष्टि का आधार नहीं होती। संतुष्टि सफल परिणामों से मिलती है। सफलता किसी पद पर बने रहने तक होती है ,जबकि संतुष्टि सारा जीवन साथ चलती है। तेजी से बदलते विश्व की चुनौतियां के साथ देश-प्रदेश का नवनिर्माण करना आज की चुनौती है। इसके अनुरूप देश प्रदेश के निर्माण के लिए हमें संकल्पित ओर समर्पित होना होगा।
मेरा अनुभव है कि, बहुत ही अच्छे उद्देश्य से बनी योजनाएं और कार्यक्रम भी क्रियान्वयन कार्य की विफलता से उद्देश्यों की प्राप्ति नहीं कर सके। इसलिए यह जरूरी है, कि हम सब योजनाओं के क्रियान्वयन की व्यवस्था में सुधार करें। जिससे की योजना की मंशा के अनुरूप जरूरतमंद लाभान्वित हो पाएं।