प्रति, श्रीमान मुख्यमंत्री | उपरोक्त विषय में निवेदन है कि हम राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत नवीन व्यावसायिक शिक्षा के NSQF प्रोग्राम के तहत प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। महोदय जी, यह अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है जिसमें छात्रों में कौशल विकास के भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं एवं छात्र हर दम हर कदम तकनीकी से परिचित हो रहे हैं उनमें स्वरोजगार एवं औद्योगिक क्षेत्र मे कार्य करने की अपार संभावनाएं विकसित हो रही हैं, किंतु महोदय जी इस पाठ्यक्रम को जमीनी स्तर पर फलीभूत करने वाले हम लोग इस कार्यक्रम की शुरुआत से ही विभिन्न परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
हमें विद्यालय में नियमित शिक्षक से उपेक्षा में रखा जाता है। हर कदम नौकरी से निकाले जाने का भय बनाया जाता है एवं बना रहता है। हमें हमारे कार्यों के अतिरिक्त अन्य सभी कार्य भी करवाए जाते हैं। आप प्राइवेट कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं बात-बात पर यह बोला जाता है तो दूसरी तरफ कंपनियां हमें समय पर हमारे मानदेय का भुगतान नहीं करती है एवं हमारी सैलरी में से कई प्रकार की कटौती करके हमें भुगतान करते हैं। जिससे हमारी मेहनत का पूरा पैसा भी हमें नहीं मिल पाता है। जिसके विरुद्ध हम आवाज उठाते हैं तो हमें नौकरी से निकाल देंगे ऐसी धमकियां दी जाती हैं एवं कई हमारे साथी गण को नौकरी से निकाल कर उनकी जगह दूसरे को नौकरी दे दी जाती है। ऐसा हमेशा चलता रहता है जिससे हमें हमारा भविष्य संकट में प्रतीत होता है आपके सपनों को साकार करने वाले एवं कौशल भारत के निर्माण में लगे हम सब लोग दोहरी मानसिक परेशानियों का सामना कर रहे है!
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि हम सबको सरकार के अधीन कर या तो नियमित कर दिया जाए अथवा हमारे एवं हमारे अधीन हम लोगों के परिवार के भविष्य को ध्यान में रखकर उचित निर्णय लेने का कष्ट करें तो आप की महान कृपा होगी! श्रीमान जी यह आपका वादा भी था की ठेकेदारी प्रथा को खत्म करके हम लोगों का भविष्य सभारेगे जिससे हम लोगों को आपसे बहुत उम्मीद है श्रीमान जी आप जो भी निर्णय लेंगे हमें उम्मीद है अच्छा ही लेंगे! आप ही हम सब लोगों की पहली और आखरी उम्मीद है!
धन्यवाद महोदय
निवेदक
समस्त व्यावसायिक प्रशिक्षक गण
N.S.Q.F. (R.M.S.A.)