भोपाल। हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने दावा किया है कि कोलार को तहसील का दर्जा कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने नहीं बल्कि भाजपा की शिवराज सिंह चौहान ने दिया है। 1 जनवरी 2019 को कोलार तहसील कार्यालय के कार्य का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा अपने समर्थकों के साथ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान विधायक रामेश्वर शर्मा ने तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव व कार्यालयीन अन्य कर्मचारियों एवं पहले दिन अपने काम के लिए तहसील कार्यालय पहुँचे नागरिक बंधुओ को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका अभिवादन किया।
इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि इसी ज़ोन कार्यालय में बैठक के दौरान कोलार को तहसील का दर्जा दिलाए जाने के प्रस्ताव का मसौदा हमने तैयार किया था। कोलार वासियों एवं आस पास के नागरिकों को राजस्व संबंधी होने वाली असुविधा को दृष्टिगत रखते हुए इस मसौदे को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट ने पास कर कोलार में तहसील कार्यालय खोले जाने का रास्ता साफ किया परंतु कांग्रेस ने झूठा श्रेय लेने का जो काम किया है वह निंदनीय है यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता को दर्शाता है।
कोलार की जनता जानती है की कोलार में तहसील कार्यालय खुलवाने के लिए शिवराज जी और रामेश्वर ने कितनी मेहनत की है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि शिवराज जी की प्रगतिवादी सोच की वजह से आज कोलार को तहसील का दर्जा प्राप्त हुआ है। 40 साल बाद भोपाल वासियो को एक नयी तहसील मिली है यह ऐतिहासिक है। श्री शर्मा ने तहसील कर्मचारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए कहा की तहसील की स्थापना जनता की सहूलियत के लिए की गई है हमे इस बात क्या ध्यान रखना होगा कि जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
बड़ी संख्या में पहुँचे किसान और ग्रामीण
कोलार तहसील कार्यालय के पहले दिन बड़ी संख्या में किसान बंधु एवं ग्रामीण जन कोलार तहसील कार्यालय पहुँचे। इस दौरान शोभापुर, अमरावत, कालापानी, गोल आदि के किसान बन्धुओं ने तहसील कार्यालय पहुंचकर संबंधित कार्य के आवेदन प्रस्तुत किए. विधायक शर्मा ने इस अवसर पर किसान बंधुओ का सम्मान किया।
ये रहे उपस्थित -:
इस अवसर पर पार्षद भूपेंद्र माली, पार्षद पवन बोराना, मंडल अध्यक्ष बी एस वाजपेयी, कुसुम शर्मा, गीता मिश्रा, मुरारी शर्मा, महेश लोधी,गुड्डू भदौरिया, प्रदीप पाटीदार, ममता राठौर, ममता पवार, ज्योति मिश्रा, सीताराम पटेल, रफ़्फ़ु खान, भगवान दास लोधी, कन्हैया लाल लोधी, पृथ्वी सिंह, राधेश्याम लोधी, हुकुम सिंह मुंशीलाल लोधी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक बंधु उपस्थित रहे।