दमोह। कोतवाली टीआई रवींद्र गौतम पर एक महिला सब इंस्पेक्टर ने अश्लील हरकत करने और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है। उसने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय व राज्य महिला आयोग समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है। महिला एसआई का कहना है कि जब उसने टीआई की हरकतों का विरोध किया तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को गलत जानकारी देकर उसे लाइन अटैच करा दिया और जबरन उसे दो माह के अवकाश पर भिजवा दिया।
महिला एसआई ने 27 जनवरी को प्रधानमंत्री के नाम एक लिखित शिकायत भेजी है। महिला एसआई ने लिखा है कि सितंबर 2018 को उसने कोतवाली में आमद दी थी, इसके बाद उसे कोतवाली के एक थाने में पदस्थ किया गया था। टीआई उससे अनर्गल बातें करते रहते थे, पहले तो वह उनकी हरकतों को नजरअंदाज करती रहीं, लेकिन बाद में उसने टीआई से कह दिया कि उन्हें ऐसी हरकतें शोभा नहीं देती, जिससे वह नाराज हो गए।
8 अक्टूबर 2018 को दोपहर एक बजे टीआई ने उन्हें एक केस डायरी के सिलसिले में अपने कक्ष में बुलाया और अभद्रता करते हुए अश्लील गालियां दीं और मारने के लिए भी दौड़े। महिला एसआई ने अपने आरोप में अन्य जिलों में महिला अधिकारियों के साथ हुई घटनाओं का भी जिक्र किया है। उसमें लिखा गया है कि टीआई रवींद्र गौतम ने जबलपुर गढ़ा थाने में रहते हुए एक महिला अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार किया था और रोजनामचा में झूठी रिपोर्ट दर्ज कर उसे एक चौकी में पदस्थ करा दिया था। नरसिंहपुर कोतवाली टीआई के तौर पर पदस्थ एक महिला पुलिस अधिकारी से भी उन्होंने अभद्रता की थी। महिला सब इंस्पेक्टर का आरोप है कि टीआई गौतम स्टाफ पर दबाव बनाकर रखते हैं, ताकि कोई उनके खिलाफ गवाही न दे सके।
एसआई ने कहा- आज भी घूर कर देखते हैं
महिला एसआई ने शिकायत में लिखा है कि टीआई गौतम ने उस समय तो उनके साथ अश्लील हरकतें कीं और गालियां देकर जान से मारने की धमकी दी, लेकिन वह आज भी उन्हें घूरते हैं और जब कभी वह किसी काम से कोतवाली जाती हैं तो उनके सामने अश्लील बातें करते हैं। शुरुआती विवाद का मामला भले ही तीन माह पुराना है, लेकिन वह आज भी उनके प्रति गलत नजर रखते हैं, जिससे उन्हें अपनी जान व मान का खतरा बना हुआ है, इसलिए उन्होंने मजबूर होकर शिकायत की है।
तत्कालीन एसपी ने आईजी को लिखा था पत्र
महिला सब इंस्पेक्टर ने यह भी लिखा है कि टीआई गौतम के गलत व्यवहार की शिकायतें तत्कालीन एसपी विवेक अग्रवाल के पास भी पहुंची थीं, इसके बाद उन्होंने आईजी को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया था। टीआई महिला अधिकारियों पर दबाव बनाकर उन पर अपना प्रभुत्व बनाते हैं।
महिला पुलिस अधिकारी मानसिक बीमार है। स्टाफ में कोई उससे बात नहीं करता, महिला स्टाफ भी नहीं बोलता। उसका व्यवहार ठीक नही हैं। गालियां देकर बात करती है, इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी थी। एसपी ने उसे दो माह के अवकाश पर भेज दिया था।
-रवींद्र गौतम, टीआई दमोह
इस मामले की जानकारी नहीं है। मेरे पहले का मामला है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई प्रस्तावित करेंगे।
-आरएस बेलवंशी, एसपी