भोपाल। प्रदेश में नई सरकार के गठन के साथ मध्यप्रदेश डेंटल चिकित्सकों ने सरकार के समक्ष अपनी मांगो को लेकर लामबंद होने की तैयारी कर ली है। जल्द ही मांगों को पूरा ना होने पर MP के डेंटिस्टों ने आंदोलन करने की बात भी कही है।
डेंटल सर्जन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के डाक्टर अजय चौकसे ने बताया कि दंत चिकित्सकों के साथ सरकार भेदभाव की नीति रख रही है। श्री चौकसे ने कहा की भाजपा से लेकर कांग्रेस तक दोनों के घोषणापत्रों में दंत चिकित्सकों को प्राथमिक एवं सिविल स्वास्थ्य केंद्रों पर नियुक्ति की बात को कहा गया था जिसकी आज प्रमुखतः जरूरत भी दिखाई देती है पर आज तक इन केन्द्रो पर दंत चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की गयी जबकि अन्य राज्यों में इस पर लगातार अमल हो रहा है। यह भी बताया कि प्रदेश में कुल 335 कम्युनिटी हेल्थ सेंटर और 1170 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जिन पर एक भी दंत चिकित्सक नहीं है जबकि मुख संबंधी रोगों की आज काफी आवश्य्कता हो गयी है और काफी जगह ह्रदय संबंधी रोगों में भी मुख सम्बन्धी डॉक्टर लाज़मी होता है।
ऐसे में सरकार का दंत चिकित्सकों की नियुक्ति सम्बन्धी कदम तत्काल उठना चाहिए
एसोसीएशन के पदाधिकारीयो ने अपनी बात में भाजपा के घोषणा पत्र 2013 पेज न 13 और कांग्रेस के वचनपत्र पेज न 32 का उल्लेख करते हुए कहा कि बीडीएस डॉक्टर को 6 माह का विशेष प्रशिक्षण देकर नियुक्ति कि बात दोनों दलों ने की पर आज भी दंत चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर परेशां है। एसोसिएशन के प्रदेश पदाधिकारियों ने सरकार के समक्ष ऐलान करते हुए कहा कि यदि जल्द ही उनकी नियुक्तियों के संदर्भ में कोई ठोस कदम नहीं किया गया तो प्रदेश भर के दंत चिकित्सक कतार बद्ध उग्र आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएगें।
बैठक में उपस्थित डॉ.जीतेश तम्रकार, डॉ.मनोज तिवारी, डॉ.मयक शर्मा, डॉ.आशुतोष दुबे, डॉ.अर्पण श्रीवास्तव, डॉ.कपिल चौधरी, डॉ.प्रबल प्रताप सिंह, डॉ.बबीता निरजन, डॉ.प्रतिभा शर्मा, डॉ.सूरज सिंह, डॉ.हीरा लाल चुकोटिया आदि सकड़ों चिकित्सकों ने उक्त मांग को लेकर अपने स्वर बुलंद किये।