इंदौर। नकली IPS और नगालैंड हथियार कांड के जिस फरार आरोपी प्रदीप सांगवान को पुलिस 2 माह से तलाश रही है वह सोमवार को थाने पहुंचा और अपने पार्टनर के खिलाफ एक करोड़ की धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाकर चला गया।
लसूड़िया पुलिस ने सोमवार रात सिंगापुर टाउनशिप निवासी प्रदीप सांगवान की शिकायत पर ट्रांसपोर्टर नरेश मोहरसिंह पंघाल निवासी शिवसिंगपुरा (राजस्थान) के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। प्रदीप ने पुलिस को बताया कि उसका ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है। नरेश उसका पार्टनर रहा है। वो स्क्रैप के व्यवसाय के सिलसिले में अकसर बाहर रहता था। इस दौरान नरेश ने 98 लाख रुपए का गबन कर लिया। कोरे चेक से रुपए निकाल लिए। साख का फायदा उठाकर बाजार से भी 70 लाख रुपए लेकर भाग गया।
एक महीने पूर्व वो इंदौर आया तो परिजन ने कहा कि नरेश का अपहरण हो गया है। इस पर रिश्तेदारों ने विजय नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। उसके जीजा सोमवीर ने कहा कि उसका अपहरण हो गया। बाइक होटल रेडिसन के पास लावारिस मिली और उसने रोते हुए कॉल किया कि उसे बदमाश बंधक बनाकर पीट रहे हैं। पुलिस ने नरेश की लोकेशन निकाली तो सीकर (राजस्थान) निकली। वहां फोन के आधार पर एक ठेलेवाले को पकड़ा तो उसका कहना था कि नरेश खुद फोन बेचने आया था। पुलिस को वहां के सीसीटीवी फुटेज में भी नरेश की तस्वीर मिल गई।
जिस थाने में फरार उसी में बैठकर कराई FIR
फरियादी प्रदीप सांगवान उर्फ प्रदीप शर्मा नगालैंड हथियारकांड का मुख्य आरोपित है। उसके खिलाफ डेक्कन (पुणे), क्राइम ब्रांच (इंदौर) और लसूड़िया थाने में धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। वह खुद को IPS बताकर वर्दी में फोटो खिंचवाता है। लसूड़िया पुलिस ने प्रदीप के साथी कैलाश मीणा को 22 नवंबर को जाली लाइसेंस केस में गिरफ्तार किया था। दबिश के दौरान प्रदीप घर से फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। लसूड़िया टीआई ने भी फरारी की पुष्टि की है।