भोपाल। जब कांग्रेस विपक्ष में थी तो बताती थी कि मध्यप्रदेश के बहुचर्चित घोटालों में से एक है गेमन इंडिया घोटाला, यह 1 हजार करोड़ का घोटाला है। अब सत्ता में आने के बाद नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह ने गेमन इण्डिया प्रोजेक्ट की रिपोर्ट मंगवाई है। मंत्री श्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि गेमन प्रोजेक्ट में हो रहे विलंब के संबंध में उन्हें पूरी वस्तु-स्थिति से अवगत करवायें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूरा प्रेजेंटेशन देखेंगे।
क्या है गेमन इंडिया घोटाला / What is Gamen India scam
दिसम्बर 2012 में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में इसे लेकर जमकर हंगामा किया था। इसके अलावा दर्जनों बार कांग्रेस ने इसे लेकर प्रदर्शन, बयान और प्रेस विज्ञप्तियां जारीं कीं। राजधानी के साउथ टीटी नगर की 15 एकड़ जमीन गेमन इंडिया को 315 करोड़ में दी गई थी। इसके बाद इस जमीन का एग्रीमेंट दीपमाला इंफ्रास्ट्रक्चर से किया गया। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया कि 2000 करोड़ रुपए की जमीन सस्ते में देने में 1000 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, कांग्रेस विधायक डा. गोविंद सिंह और पुरुषोत्तम सोलंकी ने यह मामला ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए उठाया था। नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि बेशकीमती जमीन पुनर्घनत्वीकरण योजना के नाम पर सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट के निर्माण के लिए गेमन इंडिया को 315 करोड़ में दी गई। भूमि के टेंडर और विकास संबंधी अधिकार गेमन इंडिया को दिए गए थे, लेकिन इस कंपनी ने बिना कानूनी स्वीकृति के यह जमीन दीपमाला इंफ्रास्ट्रक्चर को दी। सरकार ने 26 जून 2012 को दीपमाला के पक्ष में जमीन फ्री होल्ड कर दी। इससे सरकारी खजाने को 2000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।