भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब पीढ़ियों के रिश्ते के नाम पर फायदा उठा रहे समर्थकों को किनारे लगाने की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। उनकी नई टीम तैयार हो रही है। गुना में नई टीम के कुछ सदस्यों का चेहरा दिखाई दिया। ये वो लोग हैं जो ना केवल लोकसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाएंगे बल्कि इनमें से कई युवा, वरिष्ठ सिंधिया समर्थक नेताओं को रिप्लेस भी करेंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की नई टीम हाईटेक और अपडेट है
सिंधिया फ़ेलोज़ कोई आम जिंदाबाद/मुर्दाबाद के नारे लगाने वाले लड़के नहीं है। ये कॉलेज में पढ़ने वाले ऐसे स्टूडेंट हैं जो आम युवक/युवतियों से अलग हैं। जिन्हे भाषण देना आता है। जो सोशल मीडिया पर तथ्य और तर्क प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा जिन्हे Word/Excel/Powerpoint भी आता है। इनकी भर्ती के लिए जनवरी में आवेदन मंगवाए गए थे। अब प्रशिक्षण के बाद वो ये फील्ड में काम करते नजर आएंगे।
फिलहाल ज्यादातर समर्थक सिंधिया पर बोझ बन गए हैं
समीक्षकों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के ज्यादातर समर्थक उन पर बोझ बन गए हैं। वो खुद अपना चुनाव नहीं जीत पाए। टिकट के लेकर वोटिंग तक हर मामले में उन्हे ज्योतिरादित्य सिंधिया का सपोर्ट चाहिए होता है। योग्यता के नाम पर सैंकड़ों तो ऐसे हैं जिन्हे सिर्फ दंडवत प्रणाम करना आता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के आते ही माला लेकर खड़े हो जाते हैं और जाते ही वापस अपने काम में लग जाते हैं। इस तरह के समर्थकों के कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया की इमेज को काफी नुक्सान पहुंचता है। विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान भी सिंधिया केवल इसलिए कमजोर रह गए क्योंकि उनके बाद जमाने का मुकाबला करने वाले योग्य दावेदार ही नहीं थे।