ग्वालियर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (JYOTIRADITYA SCINDIA) को ग्वालियर कांग्रेस कमेटी (GDCC) वापस बुलाना चाहती है। ग्वालियर के कांग्रेसी चाहते हैं कि 2019 का लोकसभा चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर से लड़ें। बता दें कि ग्वालियर सिंधिया परिवार की पुरानी सीट है, यहां से उनके पिता स्व. माधवराव सिंधिया (Late MADHAVRAO SCINDIA) चुनाव लड़ते थे।
मंगलवार को शहर जिला कांग्रेस कार्यालय में लोकसभा क्षेत्र प्रभारी की मौजूदगी में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक खत्म होने के बाद लोकसभा प्रभारी जब बंद कमरे में पदाधिकारियों की राय जानने बैठे तो सिंधिया समर्थकों ने राय दी- हो सके तो ग्वालियर सीट से सिंधिया को ही मैदान में उतारा जाए। बैठक में पार्टी के ब्लाॅक, सेक्टर और मंडल अध्यक्षों के साथ जिला अध्यक्ष और विधानसभा क्षेत्र प्रभारियों को बुलाया गया था। आधिकारिक रूप से तय किया गया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट का फैसला करेंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर से क्यों
भारतीय जनता पार्टी गुना लोकसभा से शिवराज सिंह चौहान को उतारने की प्लानिंग कर रही है। यह बड़ी चुनौती होगी और इसके कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया पश्चिम उत्तरप्रदेश में स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पाएंगे।
2014 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कुछ विशेष विधानसभाओं में हार गए थे। इस बार चुनाव चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
ग्वालियर में भाजपा सांसद नरेंद्र सिंह तोमर का भारी विरोध है। वो सीट छोड़कर भागना चाहते हैं। भाजपा के पास कोई विकल्प नहीं है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में ग्वालियर व्यापार मेले में 50 प्रतिशत टैक्स छूट दिलवाई है इससे उनकी लोकप्रियता का ग्राफ काफी बढ़ गया है।
ग्वालियर सीट सिंधिया परिवार की प्रतिष्ठापूर्ण सीट रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के लड़ने से वह सीट सिंधिया परिवार के पास वापस आ जाएगी।