नई दिल्ली। भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी बी चंद्रकला को कौन नहीं जानता। हैशटेग 'डीएम हो तो ऐसा' के साथ बी चंद्रकला पूरे देश में लोकप्रिय हो गईं थीं। सोशल मीडिया पर सैंकड़ों मंत्रियों से ज्यादा लोकप्रिय हैं। फेसबुक पर 85 लाख से ज्यादा फालोअर्स हैं। इन्हे देश की सबसे ईमानदार और दबंग महिला आईएएस बताया जाता था परंतु आज सीबीआई की छापामारी के बाद इनके सपा के साथ भ्रष्टाचार का कनेक्शन सामने आया है। अब कुछ और भी कहानियां सामने आने लगीं हैं।
सीबीआई ने महिला आईएएस बी चंद्रकला समेत हमीरपुर के तत्कालीन खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, खनन क्लर्क रामआसरे प्रजापति, हमीरपुर से सपा एमएलसी रमेश मिश्रा, रमेश के भाई दिनेश मिश्रा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। वहीं एफआईआर में हमीरपुर के अंबिका तिवारी, संजय दीक्षित, सत्यदेव दीक्षित का भी नाम है। कहा जा रहा है कि सीबीआई जल्द ही अखिलेश यादव से भी पूछताछ कर सकती है।
सत्ता बदलती लेकिन चंद्रकला हमेशा पॉवरफुल पोस्ट पर रहीं
सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता के बीच ईमानदार अधिकारी की छवि गढ़ने वाली चंद्रकला के शुरुआती करियर से लेकर अब तक के सफर के कई दिलचस्प बातें हैं। उत्तर प्रदेश की IAS अधिकारी बी चंद्रकला को देश की सबसे चर्चित IAS अधिकारी माना जाता है। सूबे मे सत्ता चाहे किसी की भी रही हो, लेकिन IAS बी चंद्रकला अपनी शोहरत और छवि की वजह से हमेशा महत्वपूर्ण पदों पर रहीं।
अधिकारियों को फटकार लगाते वीडियो वायरल करतीं थीं
सोशल मीडिया पर उनकी फोटो या पोस्ट लाइक करने का मामला हो या फिर सरेआम अधिकारियों को फटकार लगाते उनके वीडियो, लोगों ने बी चंद्रकला के हर अंदाज को जमकर सराहा। सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट और वीडियो तुरंत वायरल हो जाती है।
दुबई से ईमेल पर मथुरा डीएम का चार्ज लिया था
15 अक्टूबर 2015 को IAS अधिकारी बी चंद्रकला का ट्रांसफर डीएम मथुरा से डीएम बुलंदशहर के पद पर हुआ था। उस दौरान बी चंद्रकला दुबई में छुट्टियां मना रहीं थीं। छुट्टी पर जाने के दो दिन बाद ही यूपी शासन ने ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया। साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निर्देश जारी किया था कि सभी अधिकारी आदेश जारी होने की रात ही अपना चार्ज संभाल लें। मतलब हर हाल में बी चंद्रकला को दुबई में रहते हुए भी उसी रात बुलंदशहर डीएम का चार्ज लेना था। लिहाजा उन्होंने फैक्स और ईमेल के जरिए चार्ज ले लिया था। माना जाता है कि विदेश में रहते हुए इस तरह से किसी जिले के डीएम का चार्ज लेनी वाली बी चंद्रकला पहली आईएएस अधिकारी हैं।
पति ने बी चंद्रकला को आईएएस बनाया
बी चंद्रकला का जन्म तेलंगाना के करीमगनर जिले में हुआ था। वह 2008 बैच की यूपी कैडर की आइएएस अधिकारी हैं। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय से 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद हैदराबाद के कोटि महिला कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की। इसके बाद ही उनकी शादी हो गई। शादी के बाद उन्होंने डिस्टेंस एजुकेशन से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके बाद पति के सपोर्ट से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। यूपीएससी परीक्षा में उनकी 409वीं रैंक थी। बताया जाता है कि बी चंद्रकला के आईएएस बनने में उनके पति का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उनकी 10-12 साल की एक बेटी भी है।
देश की टॉप सोशल मीडिया सेलेब्रिटीज है चंद्रकला
सोशल मीडिया पर आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला की लोकप्रियता एक समय पर इतनी बढ़ गई थी कि कई बार उनकी तुलना यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी की गई। यूपी और दिल्ली के सीएम ही नहीं सोशल मीडिया पर उन्होंने कई सेलेब्रिटीज को भी पीछे छोड़ दिया था।
एक फोटो पर 76,000 से ज्यादा लाइक्स का रिकॉर्ड
मेट्रो ट्रेन में खींची गई इनकी एक फोटो फेसबुक पर इतनी वायरल हुई कि उसे 76,000 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया। इस फोटो पर चार हजार से ज्यादा लोगों ने कमेंट किए, जबकि 2600 लोगों ने इस फोटो को शेयर किया था। आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला ने ये फोटो छह अगस्त 2018 को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट की थी। साफ है कि कहीं ना कहीं सोशल मीडिया का उनकी प्रसिद्धि में बड़ा रोल रहा है। फेसबुक पर उनके फैन पेज चल रहे हैं तो उनके नाम से कई ग्रुप भी चल रहे हैं। यूट्यूब पर उनकी वीडियो की भरमार है। इसके अलावा वह खुद भी फेसबुक पर काफी सक्रिय रहती हैं।
बुलंदशहर डीएम रहते सुर्खियों में आईं थीं चंद्रकला
बी चंद्रकला अपने शुरूआती करियर में इलाहाबाद में सीडीओ (मुख्य विकास अधिकारी) और एसडीएम रहीं थीं। बुलंदशहर में डीएम की रहते हुए वह चर्चा में आयीं। इसके बाद उनकी प्रसिद्धि बढ़ती चली गई। सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने और भ्रष्टाचार की आशंका पर अधिकारियों व ठेकेदारों को सरेआम फटकार लगाने की उनकी छवि ने बहुत जल्द सोशल मीडिया पर उनकी दमदार छवि बना दी।
मोदी सरकार के लिए काम किया, फिर योगी आदित्यनाथ ने बुलाया लिया
इसी दौरान उनका मथुरा डीएम के पद पर तबादला कर दिया गया। वह बिजनौल और मेरठ में भी डीएम के पद पर रह चुकी हैं। मार्च 2017 में मेरठ से उन्हें प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली भेज दिया गया। उन्हें केंद्र सरकार में उपसचिव पेयजल बनाया गया। बाद में वह केंद्र सरकार के स्वच्छता मंत्रालय से भी जुड़ीं। फरवीर-2018 में उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का प्राइवेट सेक्रेटरी नियुक्त कर दिया गया। मार्च 2018 में यूपी सरकार ने उन्हें अपने मूल कैडर में वापस बुला लिया। कुछ समय तक वह प्रतीक्षा सूची में रहीं। इसके बाद उन्हें लखनऊ में विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा बना दिया गया था।
मेरठ के भाजपा नेताओं ने की थी शिकायत
2017 में यूपी के विधानसभा चुनाव के दौरान आईएएस बी चंद्रकला मेरठ में डीएम थीं। उस वक्त भाजपा ने उन पर सत्ताधारी पार्टी की मदद करने का आरोप लगाया था। भाजपा का आरोप था कि वह सपा की करीबी होने के कारण चुनाव में पक्षपात कर रही हैं। इसके साथ ही भाजपा ने चुनाव आयोग से उनके तबादले की मांग की थी। इसी चुनाव में सूबे में सत्ता परिवर्तन हो गया।
भ्रष्टाचार का एक मामला कोर्ट में चल रहा
भ्रष्टाचारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख रखने वाली आईएएस बी चंद्रकला पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला कोर्ट में भी लंबित है। ये मामला उस वक्त का है जब बी चंद्रकला इलाहाबाद की फूलपुर तहसील में एसडीएम थीं। फूलपुर तहसील के सांवडीह गांव की रहने वाली अनंती देवी का आरोप है कि चंद्रकला ने एसडीएम रहते हुए उनके गांव की आसमा बानो से सांठगांठ कर वर्ष 2011 में उनके घर के सामने की जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने एसडीएम को तमात दस्तावेज दिए। मामला हाईकोर्ट में लंबित होने की भी जानकारी दी। बावजूद एसडीएम ने लेखपाल और कानूनगो से मनमानी रिपोर्ट लगवाकर आसमा बानों के पक्ष में फैसला कर दिया। अनंती देवी ने इस फैसले को सीजेएम कोर्ट में चुनौती दी। सीजेएम कोर्ट ने मामले में एसडीएम समेत अन्य पक्षों को नोटिस जारी किया था। इस नोटिस के खिलाफ चंद्रकला ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था। ये बी चंद्रकला के लिए बड़ा झटका था।