IAS बी. चंद्रकला के खिलाफ एक और FIR दर्ज, CBI के बाद ED की कार्रवाई | bureaucracy, National News

Bhopal Samachar
लखनऊ। सपा सरकार में पॉवर में रहीं भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी बी चंद्रकला के खिलाफ सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) के साथ अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी ने चंद्रकला के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर कियास है। यह केस बी. चंद्रकला समेत अन्य के खिलाफ दर्ज किया गया है। केस में शामिल सभी को ईडी की ओर से नोटिस भी भेज दिया गया है। 

सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक 2012 से 2017 के बीच मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव के पास 2012-2013 के बीच खनन विभाग का अतिरिक्त प्रभार था। इससे उनकी भूमिका जांच के दायरे में आ जाती है। उनके बाद 2013 में गायत्री प्रजापति खनन मंत्री बने थे और चित्रकूट में एक महिला द्वारा बलात्कार की शिकायत के बाद 2017 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। यह प्राथमिकी सीबीआई द्वारा 2 जनवरी 2019 को दर्ज किए गए अवैध खनन के मामलों से जुड़ी है। 

Enforcement Directorate (ED) Lucknow unit registers money laundering case in connection with alleged illegal mining in Uttar Pradesh. Case is based on a CBI FIR to probe the role of State Mining Ministers, including former UP Chief Minister, Akhilesh Yadav during 2012-16. ANI UP 5:02 PM - Jan 17, 2019

इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने 2016 में इस मामले की जांच शुरू की। सीबीआई ने इस सिलसिले में अज्ञात लोगों के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। एफआईआर में कुछ नेताओं और अधिकारियों, सरकारी मुलाजिमों के नाम है। 

सीबीआई की एफआईआर में इन लोगों के नाम 
अवैध खनन मामले में आईएएस अफसर बी. चंद्रकला के अलावा आदिल खान, तत्कालीन खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई, खनन क्लर्क राम आश्रय प्रजापति, अंबिका तिवारी (हमीरपुर), एसपी के एमएलसी संजय दीक्षित, खनन क्लर्क राम अवतार सिंह और उनके रिश्तेदार आरोपी हैं। 

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