नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी बी चंद्रकला देश की फेमस आईएएस अफसरों में से एक हैं। IAS B. Chandrakala देश की सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया सेलेब्रिटी में से भी एक हैं और शायद आईएएस अफसरों में सबसे ज्यादा फेमस।
सोशल मीडिया पर अपनी जबर्दस्त फैंस फॉलोइंग के लिए जानी जाने वालीं आईएएस बी चंद्रकला को 2019 नए साल में ही बुरे दिन देखने पड़े, जब लखनऊ स्थित फ्लैट पर बीते दिनों सीबीआई ने छापेमारी की। इस खबर के बाद ईमानदारी के लिए उनके प्रशंसक बने लोगों को तगड़ा झटका लगा। हमीरपुर में डीएम रहते उन पर अवैध खनन (Mining Scam) का आरोप लगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर हुई सीबीआई (CBI) जांच में उनकी भूमिका उजागर होने पर नए साल के दूसरे दिन यानी दो जनवरी को ही चंद्रकला ( B. Chandrakala IAS) और दस अन्य लोगों पर सीबीआई ने केस दर्ज कर छापेमारी शुरू की।
सपा सरकार के समय चला गोल्डन टाइम
सपा सरकार में चंद्रकला को काम के बड़े मौके मिले, शासन उन्हें काबिल अफसर मानता रहा। शायद यही वजह है कि अखिलेश यादव सरकार में हमीरपुर, बुलंदशहर, मेरठ सहित पांच प्रमुख जिलों में डीएम बनने का मौका मिला था। हालांकि, बीजेपी सरकार आते ही उन्होंने यूपी से दिल्ली का रुख कर लिया। यूपी में योगी सरकार बनने के बाद उन्होंने दिल्ली में प्रतिनियुक्ति मांग ली थी, मार्च, 2017 मे ही वह दिल्ली पहुंचीं और स्वच्छ भारत मिशन की निदेशक रहीं। फिर साध्वी निरंजन ज्योति की निजी सचिव बनीं. इसके बाद फिर वह पिछले साल ही दोबारा यूपी लौटीं। माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव का चार्ज लेने के बाद ही फिर वह स्टडी लीव (शैक्षिक अवकाश) पर चली गईं हैं। शायद उन्हे पता चल गया था कि क्या होने वाला है।
बी चंद्रकला की बहुत सारी कहानियां पिछले एक सप्ताह में छप चुकीं हैं। आइए जानते हैं कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सर्विसेज की परीक्षा में उनका कैसा प्रदर्शन रहा था।
- तेलंगाना के करीमनगर की मूल निवासी चंद्रकला (IAS B. Chandrakala) वर्ष 2007 की सिविल सेवा परीक्षा में बैठीं थीं।
- उनका रोल नंबर 015080 था। इस परीक्षा में उन्हें 409 वीं रैंक मिली थी।
- कुल 2300 अंकों की परीक्षा (लिखित और पर्सनैलिटी टेस्ट) में उन्हें 1234 अंक मिले थे।
- चंद्रकला ने इंटरव्यू में 300 में से 156 अंक हासिल किए।
- 2000 की लिखित परीक्षा में 1078 मिले थे।
- अगर विषयवार अंकों की बात करें तो 200 अंक की निबंध परीक्षा में 104 अंक, तीन-तीन सौ अंक के सामान्य अध्ययन के दो प्रश्न पत्र में क्रमशः 194 और 160 अंक मिले।
- इसी तरह प्रथम वैकल्पिक विषय के दोनों प्रश्नपत्र(300-300 अंक) में 143, 179 अंक मिले, जबकि दूसरे वैकल्पिक विषय के दोनों प्रश्नपत्रों में क्रमशः 136 और 162 अंक मिले. इस प्रकार कुल 2078 की लिखित परीक्षा में उन्हें 1078 अंक मिले।
2300 में से 899 पर चयन हो गया था
खास बात रही कि उस वर्ष चंद्रकला के बराबर करीब दस अन्य अभ्यर्थियों को भी अंक मिले थे। जिसम में मनीष कुमार और पारुल गर्ग का भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) में चयन हुआ।
वर्ष 2007 की परीक्षा के टॉपर अडप्पा कार्तिक थे। जिन्होंने 2300 में 1458 अंक पाकर टॉप किया था। जबकि एक अंक कम पाने वाले सुप्रीत सिंह गुलाटी दूसरे स्थान पर रहे थे। जिस वर्ष चंद्रकला ने परीक्षा पास की थी, उस वर्ष 638 रैंक तक के अभ्यर्थियों का सलेक्शन हुआ था। सबसे कम अंक 899 अंक आनंद कुमार राय को मिले थे।