ग्वालियर। शिवपुरी जिले की करैरा तहसील में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के प्रशिक्षण केंद्र के पीछे स्थित सरकारी स्कूल में ITBP अधिकारी द्वारा छात्राओं के साथ किए गए रेप मामले में नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि 2 नहीं बल्कि 4 छात्राएं बलात्कार का शिकार हुईं लेकिन ITBP की दहशत के चलते सिर्फ एक ही परिवार सामने आया है। इधर ITBP एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। स्कूल में ITBP अधिकारी को कमरा उपलब्ध कराने वाले शिक्षक के खिलाफ अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
मोटिवेशनल क्लास के नाम पर स्कूल में घुसा ITBP अधिकारी
घटना शासकीय प्राथमिक विद्यालय कुम्हरया डुमघना की है। यह सरकारी स्कूल आईटीबीपी परिसर के पीछे स्थित है। आरोपी अधिकारी का नाम शक्ति सिंह बताया गया है जो सब इंस्पेक्टर है। घटना की कहानी में बताया गया है कि स्कूल के शिक्षक रामबाबू कर्ण से एसआई शक्ति सिंह ने स्कूल में मोनिवेशनल क्लास लेने की बात कही थी। शिक्षक रामबाबू कर्ण ने अधिकारी को इसकी परमिशन दी थी। जब एसआई शक्ति सिंह क्लास लेने आया तब वहां शिक्षक रवि श्रीवास्तव उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से अनुमति नहीं दी जा सकती। हम विभागीय जांच कर रहे हैं।
छात्राओं के साथ अलग कमरा क्यों दिया गया
इधर पीड़िताओं का कहना है कि उन्हे एक अलग कमरे में ले जाया गया। कमरे में केवल ITBP अधिकारी मौजूद था। कोई शिक्षक नहीं था। सवाल यह है कि शिक्षक रवि श्रीवास्तव ने ITBP अधिकारी शक्ति सिंह को एक अलग कमरा उपलब्ध क्यों कराया। पीड़िताओं का कहना है कि कुल 4 छात्राएं बलात्कार का शिकार हुईं हैं। शिकायतकर्ता पीड़िताएं बहनें हैं एवं एक ही परिवार से हैं। उनका कहना है कि ITBP के डर के कारण कोई शिकायत नहीं करता। सवाल यह है कि यह घटना पहली बार हुई है या पहले भी ऐसी घटनाएं होतीं रहीं हैं।