भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ के दामन पर 84 के दंगों के दाग रह रहकर सुख हो जाते हैं। किसी भी ऐजेंसी ने अपनी जांच में कमलनाथ के दोषी नहीं माना परंतु पंजाब के लोग आज भी कमलनाथ को दंगों का दोषी मानते हैं। सीनियर एडवोकेट एचएस फुल्का ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कहा कि 84 दंगा के पीड़ितों का इंसाफ दिलाने का उनका संघर्ष खत्म नहीं हुआ अब उनका लक्ष्य मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ को जेल भिजवाना है। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एच.एस. फुल्का ने कहा कि वे जल्द ही अन्ना हजारे के आंदोलन की तर्ज पर पंजाब में एक सामाजिक आंदोलन शुरू करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में फुल्का ने आम आदमी पार्टी के साथ अपने सफर पर विस्तार से बात की। फुल्का ने कहा कि पिछले पांच साल के राजनीतिक करियर में उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। फुल्का ने आम आदमी पार्टी के गठन पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि 2012 में करप्शन के खिलाफ पैदा हुए आक्रोश को राजनीतिक दल में तब्दील करना गलत था। उन्होंने कहा कि यही वजह रही कि कई ईमानदार लोगों ने पार्टी छोड़ दी। फुल्का ने कहा कि करप्शन से सीधा टकराने के लिए फिर से एक अन्ना की जरूरत है।
1984 सिख विरोधी दंगों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सिख दंगों के दोषी और पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को जेल भिजवाना उनकी जिंदगी का मिशन था लेकिन ये फाइट खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा, "अभी भी बड़े बड़े दरिंदे बाहर हैं...जगदीश टाइटलर और कमलनाथ जैसे लोग हैं... मैं सुनिश्चित करुंगा कि कमलनाथ और टाइलटर भी जेल जाएं।" फुल्का 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों की कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को पिछले महीने दोषी करार दिया गया था।
एच.एस. फुल्का ने कहा कि अन्ना हजारे ने जैसा मूवमेंट खड़ा किया था वैसा फिर से शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "कई समाजसेवी जो आम आदमी पार्टी के साथ थे, आज उनसे अलग हैं, बहुत वकील हैं जो मुफ्त में वकालत करते हैं, बहुत डॉक्टर फ्री में प्रैक्टिस करते हैं... ऐसे लोगों को साथ मिलाकर फिर से अन्ना हजारे जैसा मूवमेंट खड़ा करना होगा।" उन्होंने कहा कि वे पंजाब से इस संगठन की शुरूआत करेंगे। पंजाब की राजनीतिक बिरादरी में अहम स्थान रखने वाले फुल्का ने कहा कि पंजाब सरकार फेल हो गई है... अब उनकी उम्मीद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से है। फुल्का ने कहा कि उन्हें सब लोग कह रहे हैं कि आप कहीं से भी लोकसभा चुनाव के लिए खड़े हो जाइए, जीत जाएंगे। हालांकि उन्होंने दावा किया कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे।