भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के एचओडी प्रो. संजय द्विवेदी से रजिस्ट्रार का दायित्व वापस ले लिया है। कुलपति पी. नरहरि के निर्देश यह कार्रवाई की गई। वहीं, डिप्टी रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल को कार्यवाहक रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि संजय द्विवेदी पीएम नरेंद्र मोदी के लिए नियमित रूप से लेख लिखते थे जो इनके पदनाम के साथ प्रकाशित होते थे।
डायरेक्टर एसाेसिएट स्टडी सेंटर दीपक शर्मा की प्रतिनियुक्ति समाप्त
उधर, तकनीकी शिक्षा विभाग के पाॅलिटेक्निक कॉलेज ग्वालियर के लेक्चर दीपक शर्मा की प्रतिनियुक्त खत्म कर दी है। इन्हें आरएसएस के करीबी होने के कारण डायरेक्टर एसाेसिएट स्टडी सेंटर की जिम्मेदारी सौंप रखी है। शर्मा यहां 2010 से प्रतिनियुक्ति पर थे। उधर, विश्वविद्यालय की महापरिषद के पुनर्गठन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसमें लगभग 29 सदस्य होते हैं। अध्यक्ष मुख्यमंत्री होते हैं। महापरिषद विश्वविद्यालय की सर्वोच्च अथारिटी है।
शर्मा के समय दोगुना हुई स्टडी सेंटर की संख्या
शर्मा को उनके मूल विभाग भेजने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। इनके कार्यकाल में पत्रकारिता विवि में स्टडी सेंटर की संख्या बढ़कर दोगुना हो गई है। वर्तमान में 1600 से अधिक स्टडी सेंटर हैं। इनको मान्यता देने में गड़बड़ी होने की संभावना जताई जा रही है। उधर, डीसीए की ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए हुए टेंडर में भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यदि इस मामले की जांच होती है तो गड़बड़ी उजागर हो सकती है।
कॉन्ट्रेक्ट फैकल्टी हटाई, 30 हजार मासिक वेतन मिल रहा था
विभिन्न शैक्षणिक डिपार्टमेंट में 30 हजार के मासिक वेतन पर 6-6 महीने नियुक्त की जाने वाली फैकल्टी का कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर दिया है। हालांकि, इन्हें तत्कालीन कुलपति जगदीश उपासने द्वारा ही इन्हें हटाने की कार्रवाई की जा चुकी थी। यह फैकल्टी निराश इसलिए है क्योंकि प्रशासन ने बीच सत्र में कांट्रेक्ट खत्म कर दिया। वहीं इससे पहले इन्हें कोई नोटिस नहीं दिया और 15 दिसंबर 2018 की तारीख में इसके आदेश जारी कर दिए गए। अब विवि अपनी जरूरत के लिहाज से इन्हें गेस्ट फैकल्टी के तौर पर बुला रहा है। इन्हें प्रति पीरियड 350 रुपए और 100 रुपए डीए देने का निर्णय लिया है। एक दिन में अधिकतम तीन पीरियड पढ़ा सकते हैं।