भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भाजपा शासनकाल के दौरान हुईं भर्तियां और खर्चे इत्यादि की जांच के लिए शासन की ओर से एक समिति का गठन किया गया है। भाजपा इस मामले में मैदान में आ गई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राहुल कोठारी ने मुख्य सचिव द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MAKHANLAL UNIVERSITY SCAM) की जांच करने हेतु बनाई गई समिति को अवैधानिक एवं असंगत बताया है। उन्होंने कहा कि माखनलाल राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष स्वयं भारत के उपराष्ट्रपति हैं, ऐसे में विश्वविद्यालय की महापरिषद की बैठक किए बिना जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन, वरिष्ठ पत्रकारगण, सांसदगण सदस्य हैं, श्रीमान मुख्य सचिव कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र नहीं है।
श्री कोठारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता में सीधे दखलअंदाजी कर रही है, जो न केवल शर्मनाक है अपितु देश के इस प्रतिष्ठित संस्थान से निकले भारत के भविष्य निर्माताओं का अपमान भी है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जांच कराने के लिए जन आयोग का गठन करने की घोषणा की थी जिसमें विधि विशेषज्ञ, पत्रकार और शिक्षाविदों को सम्मिलित करने की बात की थी लेकिन यह कांग्रेसी जांच दल गठित किया गया है, जिसमे सदस्य कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं निवृतमान प्रदेश प्रवक्ता हैं, जिनके पांस जांच करने हेतु कोई तकनीकी योग्यता नहीं है। इससे यह साफ़ ज़ाहिर हो गया है कि मध्यप्रदेश सरकार ने जांच समिति की जगह कांग्रेस की दल समिति बनायी है।
श्री कोठारी ने कहा कि बदलाव की बात कहकर सत्ता में आने वाली कांग्रेस पार्टी अब केवल बदले की भावना से कार्य कर रही हैं। भारतीय जनता पार्टी किसी भी जांच से नहीं घबराती और मांग करती है कि कांग्रेस के 10 साल के शासन में भी हुई नियुक्तियों एवं अनियमितताओं की जांच होनी चाहिए। भाजपा, प्रदेश सरकार से यह मांग करती है कि इस असंवैधानिक आदेश को तत्काल निरस्त कर विश्वविद्यालय महापरिषद की बैठक बुलाकर प्रक्रिया के तहत जांच एवं अन्य कार्यवाही की जाए।