मुरैना। पूरे प्रदेश में नई सरकार और नए मुख्यमंत्री की चर्चाएं हो रहीं हैं। लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। नरेंद्र मोदी सरकार की समीक्षा हो रही है परंतु मुरैना के सरकारी हलकों में नई कलेक्टर प्रियंका दास की पालतू कुतिया लूसी की चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि लूसी को यहां व्हीव्हीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उसकी सुरक्षा में 2 गार्ड तैनात किए गए हैं। इतना ही नहीं बीएसएफ द्वारा प्रशिक्षित सरकारी कुत्ते 'शेरा' को एक कमरे में कैद कर दिया गया है ताकि 'लूसी' को कोई खतरा ना हो। एक टीवी चैनल ने इस पर स्टोरी दिखाई है।
बता दें कि कलेक्टर प्रियंका दास इस समय वन विभाग के घड़ियाल केन्द्र में बने रेस्ट हाउस में रूकी हुई हैं, लिहाजा उनकी पालतू कुतिया लूसी भी पूरे समय यहीं रहती है। जिसकी वजह से वन विभाग के ट्रेंड कुत्ते शेरा को एक कमरे में बंद कर दिया है। जबकि शेरा नाम का यह कुत्ता बीएसएफ द्वारा सुरक्षा के लिए ट्रेंड किया गया है। खबर की पुष्टि नहीं हुई है परंतु कहा जा रहा है कि गार्ड तब भी तैनात रहते हैं जब कलेक्टर यहां नहीं होतीं। मजेदार बात तो यह है कि वनविभाग के प्रशिक्षित सरकारी कुत्ता 'शेरा' जब बाहर निकलता है तो उसके गले में पालतू कुत्ते वाला पट्टा और एक गार्ड होता है।
इस मामले में कलेक्टर प्रियंका दास का बयान तो सामने नहीं आया परंतु टीवी चैनल ने उनकी अनुपस्थिति में पालतू कुतिया 'लूसी' की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा गार्डों को जरूर कैमरे में कैद किया। वन विभाग अधिकारी पीडी ग्रेवियल ने बताया कि उन्होंने प्रशिक्षित सरकारी कुत्ता 'शेरा' को पीछे एक कमरे में इसलिए शिफ्ट किया क्योंकि वो घड़ियालों की सुरक्षा के लिए जरूरी था। हालांकि वो यह नहीं बता पाए कि इस तरह का निर्णय रेस्ट हाउस में 'लूसी' के आ जाने के बाद ही क्यों लिया गया।
बता दें कि कलेक्टर प्रियंका दास इस समय वन विभाग के घड़ियाल केन्द्र में बने रेस्ट हाउस में रूकी हुई हैं, लिहाजा उनकी पालतू कुतिया लूसी भी पूरे समय यहीं रहती है। जिसकी वजह से वन विभाग के ट्रेंड कुत्ते शेरा को एक कमरे में बंद कर दिया है। जबकि शेरा नाम का यह कुत्ता बीएसएफ द्वारा सुरक्षा के लिए ट्रेंड किया गया है। खबर की पुष्टि नहीं हुई है परंतु कहा जा रहा है कि गार्ड तब भी तैनात रहते हैं जब कलेक्टर यहां नहीं होतीं। मजेदार बात तो यह है कि वनविभाग के प्रशिक्षित सरकारी कुत्ता 'शेरा' जब बाहर निकलता है तो उसके गले में पालतू कुत्ते वाला पट्टा और एक गार्ड होता है।
इस मामले में कलेक्टर प्रियंका दास का बयान तो सामने नहीं आया परंतु टीवी चैनल ने उनकी अनुपस्थिति में पालतू कुतिया 'लूसी' की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा गार्डों को जरूर कैमरे में कैद किया। वन विभाग अधिकारी पीडी ग्रेवियल ने बताया कि उन्होंने प्रशिक्षित सरकारी कुत्ता 'शेरा' को पीछे एक कमरे में इसलिए शिफ्ट किया क्योंकि वो घड़ियालों की सुरक्षा के लिए जरूरी था। हालांकि वो यह नहीं बता पाए कि इस तरह का निर्णय रेस्ट हाउस में 'लूसी' के आ जाने के बाद ही क्यों लिया गया।