भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश पर बादल छा गए हैं। अब तक 7 जिलों मे ओले गिर चुके हैं। शुक्रवार को समाचार लिखे जाने तक 6 जिलों में दोपहर 1:30 बजे घना कोहरा था। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 48 घंटों में प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश या ओले गिरने की संभावना है।
देश के कई हिस्सों में ओले गिरने और बारिश से शुक्रवार को घने कोहरे के बीच सुबह हुई। भोपाल में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 1500 मीटर थी, जो 6:30 बजे तक 50 मीटर हो गई। उधर, सतना में सुबह तेज बारिश के साथ ओले गिरे। बारिश और ओले गिरने से तापमान में खास असर देखने को नहीं मिला। भोपाल का तापमान गुरुवार की रात को न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं, बुधवार की रात को 12.4 डिग्री दर्ज किया गया था। भोपाल समेत राजगढ़, जबलपुर, नीमच, शाजापुर और मंडला में कोहरा छाया हुआ है।
गुरुवार को जमकर गिरे ओले, किसान चिंतित
प्रदेश के सिवनी-मालवा में सुबह और बैतूल में दोपहर के समय तेज बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। इसके अलावा शहडोल, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली में भी ओलावृष्टि हुई। इससे फसल खराब होने की संभावना जताई जा रही है और किसान चिंतित हैं।
अब आगे क्या
मौसम विभाग ने रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में हल्की बारिश और कहीं-कहीं ओले गिरने की संभावना जताई है।
इस वजह से बदला मौसम
कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरे मध्य प्रदेश पर हो गया है। इस सीजन में स्ट्रांग सिस्टम से कश्मीर घाटी में जमकर बर्फबारी हो रही है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में कहीं घना कोहरा छाने के साथ बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के अनुसार ऊपरी सतह (जमीन से 15 किमी ऊपर) में तेज हवा चला रही है। इससे उत्तर भारत में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इस वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरा छाया हुआ है।