छिंदवाड़ा। शासकीय महाविद्यालय जनभागीदारी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के सदस्यों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की गई। सीएम कमलनाथ ने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता किसान कर्ज माफी है, इसके बाद कर्मचारियों के उसी स्थान पर नियमितीकरण एवं शेष सभी समस्याओं को हल कर दिया जाएगा। यह मुलाकात छिंदवाड़ा जिले के जनभागीदारी संघ संरक्षक सेवादल जिला अध्यक्ष सुरेश कपाले के माध्यम से हुई। इस दौरान जनभागीदारी कर्मचारी संघ के पांच पदाधिकारी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सुनील तोमर, प्रदेश सचिव त्रिलोक जाटव, छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष विजय मालवीय, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल दुबे एवं जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ग्यास उपस्थित रहे।
इस दौरान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जनभागीदारी कर्मचारियों से उनकी समस्याओं की फाइल लेकर 45 संघों में सबसे ऊपर रखी गई और जनभागीदारी कर्मचारियों की समस्या को तत्परता से हल कराने की बात कही गई। साथ ही प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि जनभागीदारी मद सहित अन्य मदों से शासकीय महाविद्यालयों में लगभग 15-20 वर्षों से कर्मचारी कार्यरत है जो कि महाविद्यालय के समस्त कार्यों में अपनी भागीदारी देते हैं किंतु इतना लंबा समय एक संस्था में बिता देने के बाद भी आज तक शासन प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के हित में कोई भी नीति निर्देश नहीं बनाए गए हैं और ना ही कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का लाभ दिया जा रहा है।
निर्धारित न्यूनतम वेतन से भी कम वेतन में हम कर्मचारी अपने जीवन का गुजारा कर रहे हैं। तब मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया कि मेरा प्रथम लक्ष्य किसानों की कर्ज माफी है। उसके बाद दूसरा लक्ष्य जितने भी शासकीय विभागों में कार्यरत कर्मचारी हैं। उनका उसी स्थान पर नियमितीकरण करना है। अल्प समय की इस बातचीत के दौरान लगभग 5 मिनट कर्मचारियों से वार्तालाप मुख्यमंत्री द्वारा किया गया और सभी समस्याएं सुनकर उनके समाधान की बात कही गई तत्पश्चात उपस्थित सभी जन भागीदारी कर्मचारियों ने छिंदवाड़ा जिला संघ के संरक्षक सुरेश कपाले जी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।