भोपाल। भाजपा शासनकार में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा का आयोजन किया था। इस यात्रा में कई विभागों और मदों से बड़ी रकम खर्च की गई। इस दौरान शिवराज सिंह सरकार ने 7 करोड़ पौधों का रोपण करने का दावा करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड का ऐलान किया था। अब कमलनाथ सरकार इसी कथित वर्ल्ड रिकॉर्ड की जांच कराएगी। सुनिश्चित किया गया है कि यह जांच थर्ड पार्टी करेगी ताकि निष्पक्षता पर सवाल ना उठाए जाएं।
कृषि और उद्यानिकी मंत्री सचिन यादव ने नमामि देवी नर्मदे के तहत लगाए गए पौधे और अन्य स्थानों पर लगाए गए पौधों की जांच थर्ड पार्टी से करवाने का ऐलान किया है। नर्मदा किनारे पिछले तीन साल में लगे साढ़े सात करोड़ से ज्यादा पौधों की मैदानी हकीकत पता लगवाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत सबसे पहले उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत खरीदे गए 40 करोड़ से ज्यादा के पौधों की खरीदी और पौधारोपण की जांच होगी। इसके बाद बाकी विभागों से हर साल लगे पौधे और मौके की पड़ताल चलेगी। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में सरकार बनने पर पौधारोपण की जांच का वादा किया था। कृषि और उद्यानिकी मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी।
थर्ड पार्टी में कौन शामिल होगा
नमामि देवी नर्मदे में प्रदेश के 16 ही जिलों में हुए पौधारोपण की सच्चाई पता लगाई जाएगी। थर्ड पार्टी में सरकारी अफसर, पर्यावरणविद्, पूर्व अधिकारी व्हिसल ब्लोअर और विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। ये जांच दो तरह से होगी। पहले योजना में पौधों की खरीदी, इसकी प्रक्रिया, पारदर्शिता, सप्लाय से लेकर इनके संबंधित स्थान पर लगने जैसे हर बिंदु को जांचा जाएगा। इसी के साथ जिन जिलों में करोड़ों पौधे लगाए गए है, वहीं पर जमीनी स्तर पर परीक्षण कराया जाएगा। अगर ये सामने आएगा कि सच्चाई में पौधे गायब है तो दोषी अफसरों पर कार्रवाई होगी।
वन मंत्री भी सक्रिय:
इस पूरे मामले में वन मंत्री उमंग सिंघार भी सक्रिय हो गए हैं। विभिन्न जिलों के डीएफओ से भी रोपे गए पौधों का पूरा ब्यौरा मांगा गया है। सिंघार ने भी इस मामले में जांच की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।