भोपाल। भाजपा हाईकमान ने मध्यप्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता का नाम तय कर लिया है। 06 जनवरी को इस पर विधायक दल की मुहर लग जाएगी। यदि कोई बड़ी राजनीतिक साजिश नहीं हुई तो नरोत्तम मिश्रा का नाम खुद गोपाल भार्गव ही प्रस्तावित करेंगे। बता दें कि गोपाल भार्गव इस रेस में दूसरे नंबर पर हैं। गोपाल भार्गव आरएसएस की पसंद हैं जबकि नरोत्तम मिश्रा अमित शाह की।
शिवराज सिंह नया नाम पेश कर सकते हैं
विधायक दल की मीटिंग के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भोपाल आ रहे हैं। वो अमित शाह की मंशा के अनुरूप विधायक दल से उनके नेता का चुनाव करवाएंगे। तैयारियां पूरी कर लीं गईं हैं। किसी तरह की गुटबाजी की कोई संभावना नहीं है परंतु शिवराज सिंह समर्थक विधायक थोड़ा बवाल कर सकते हैं। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान नहीं चाहते कि नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव में से कोई भी नेता प्रतिपक्ष बने। लास्ट मिनट पर वो कोई नया नाम सामने ला सकते हैं।
नरोत्तम मिश्रा का नाम फाइनल क्यों
मध्यप्रदेश में भाजपा किनारे पर बैठी है। सत्ता की नाव बस 7 कदम की दूरी पर है। कमलनाथ की कुर्सी को कभी भी खींचा जा सकता है। यह बसपा और सपा के समर्थन के बिना भी संभव है। इसके अलावा फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव भी शेष है। इन सारे गुणाभागों में नरोत्तम मिश्रा का गणित सबसे अच्छा माना जाता है। गोपाल भार्गव संगठन के आदमी हैं। संघ उन्हे पसंद करता है परंतु वो तोड़फोड़ की राजनीति नहीं करते। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा गोपाल भार्गव को भी फ्रंट में लाएगी और उनका पूरा उपयोग किया जाएगा।