भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से पहले विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों के बीच नई खबर आई है। तीनों निर्दलीय विधायक भोपाल पहुंच गए हैं। वो अपने-अपने नियत स्थानों पर ही हैं। उनसे भाजपा की कोई डील नहीं हुई है। अब सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा की कांग्रेस विधायकों से डील हो गई है। क्योंकि इसके पहले भाजपा नेताओं के बयानों में आत्मविश्वास नजर आया।
राणा विक्रम सिंह: सुसनेर विधायक निर्दलीय
कहां ठहरे: राजधानी में अपने डुप्लेक्स में।
आगर जिले की सुसनेर विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस को किसानों को इंसाफ, युवाओं को रोजगार और क्षेत्र लोगों के सम्मान के लिए समर्थन दे रहे हैं। पांच साल कांग्रेस को समर्थन देते रहेंगे। उनसे भाजपा के किसी भी नेता ने संपर्क नहीं किया है।
केदार डाबर भगवानपुरा विधायक निर्दलीय
कहां ठहरे: विधायक विश्रामगृह खंड तीन।
खरगोन जिले की भगवानपुरा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए हैं। डाबर ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस को क्षेत्र के विकास और क्षेत्र को सरकार में प्रतिनिधित्व के लिए समर्थन दिया है। अगर उन्हें सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं मिला तो क्षेत्र की जनता के बीच कर उनसे पूछेंगे कि क्या करना चाहिए और तभी फैसला लेंगे।
ठा. सुरेंद्र सिंह शेरा भैया बुरहानपुर विधायक निर्दलीय
कहां ठहरे: विधायक विश्रामगृह।
बुरहानपुर जिले की बुरहानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक के तौर पर निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस को समर्थन देंगे। उन्हें कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सरकार में प्रतिनिधित्व देने का वादा किया है। कांग्रेस के अलावा भाजपा के किसी नेता से संपर्क नहीं हुआ है और न ही वहां से किसी ने बात की है।
तो क्या कांग्रेस की डील हो गई
दोपहर में खबर आई थी कि सुरेन्द्र सिंह शेरा को मंत्री बनाया जाना निश्चित हो गया है। शेष दोनों विधायकों ने कांग्रेस नेताओं से बातचीत बंद कर दी थी। सवाल यह है कि क्या अब तीनों की कांग्रेस से डील हो गई है।