भोपाल। सीएम कमलनाथ सरकार लगातार नए नियम बना रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा में जल्द ही एक नया विधेयक आने वाला है। यह विधेयक विधानसभा सदन के भीतर बेवजह हंगामा करने वाले विधायकों को दंडित करेगा। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में भी इसका उल्लेख किया है।
कांग्रेस ने चुनाव के दौरान जारी घोषणा पत्र में इसका जिक्र किया था। यदि यह कानून बन गया तो विधानसभा की कार्यवाही को बाधित करने वाले विधायकों को दंडित किया जाएगा। उनके भत्ते रोक दिए जाएंगे। माना जा रहा है कि इस बार विधानसभा में काफी हांगामा होगा। सरकार ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिन पर भाजपा को आपत्ति है।
विधानसभा में किसके पास कितनी ताकत
230 विधायकों की विधानसभा में कांग्रेस के पास मात्र 114 विधायक हैं। बसपा 02 और सपा 01 ने बाहर से समर्थन दिया है अत: वो कभी भी इस पाले या उस पाले में जा सकते हैं। निर्दलीय 04 में से 01 को मंत्री बना दिया गया है परंतु 03 के साथ क्या डील हुई है अब तक पता नहीं चल पाया है। विधानसभा में वो कांग्रेस का साथ देंगे या नहीं, फिलहाल क्लीयर नहीं है। इधर विपक्षी दल भाजपा के पास 109 विधायक हैं। अनुशासन के नाम पर भाजपा के विधायक काफी तेजी से लामबंद हो जाते हैं जबकि गुटबाजी के कारण कांग्रेसी विधायकों की लामबंदी के लिए दिल्ली से मदद बुलानी पड़ती है। अब देखना यह है कि कांग्रेस इस विधेयक को सदन में कैसे पास करवा पाती है।