भोपाल। मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का पहला सत्र समापन की ओर है। पिछले 4 दिनों में यदि विधायकों की बात करें तो सिर्फ एक ही नाम सुर्खियों में रहा है। बसपा नेता रामबाई जिला दमोह विधानसभा पथरिया। अब तक 3 बार धमाल मचा चुकीं हैं। गलियारों में चर्चा होने लग गई है कि यदि कमलनाथ सरकार की कोई सबसे कमजोर कड़ी है तो यही है।
भोपाल में आते ही धमाल मचाना शुरू कर दिया
रामबाई ने भोपाल आते ही धमाल मचा दिया। सीएम कमलनाथ ने उन्हे मिलने बुलाया। बातचीत हुई तो बाहर निकलकर मीडिया के सामने खुलकर बयान दिया कि उन्होंने अपने लिए राज्यमंत्री और बसपा के सीनियर विधायक के लिए कैबिनेट मंत्री की मांग की है। जबकि बसपा की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं आया। उनके सीनियर विधायक ने कोई बयान नहीं दिया।
8 नवम्बर को कहा: मुझे मंत्री तो बनाना ही पड़ेगा
बसपा की पथरिया से विधायक रामबाई सिंह ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लोगों के उनके पास फोन आ रहे हैं। कांग्रेस को उन्हें मंत्री तो बनाना होगा। अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता तो उन्हें पता है कि मंत्री कैसे बना जाता है। उन्होंने यहां मीडिया से चर्चा में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे उन्हें मंत्री बनाएंगे। उन्हें मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि उन्हें 25 जनवरी तक का समय दिया है। अगर इस समय सीमा के बाद उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता तो उन्हें पता है कि मंत्री कैसे बनते हैं।
9 नवम्बर को: नेता प्रतिपक्ष का बंगला मांगने लगीं
कमलनाथ सरकार में मंत्री बनाने की जिद पर अड़ी दमोह जिले की पथरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामबाई आज विधानसभा के अंदर बंगले के लिए अड़ गईं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से कहा कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव वाला बंगला ही चाहिए। अध्यक्ष के काफी समझाने के बाद आखिरकार उन्होंने दूसरे बंगले की लिए हामी भर दी। रामबाई भले ही अभी मंत्री बनने की कोई संभावना नहीं हैं, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें मंत्रियों के लिए आरक्षित बंगला आवंटित कर दिया है।