भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि जब भाजपा को पता था कि विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में उनका बहुमत नहीं है और उनका जीतना नामुमकिन है फिर भी जानबूझकर उन्होंने आदिवासी वर्ग के विजय शाह को अपना उम्मीदवार खड़ा किया। भाजपा ने आदिवासी वर्ग के विजय शाह को हरवाने के लिये खड़ा कर जानते बूझते हुए उनका अपमान करवाया और मजाक उड़वाया। भाजपा को यह सब पता था और वह इसलिये मतविभाजन से सदन छोड़कर भाग खड़ी हुई।
विजय शाह को पहले भी कई बार अपमानित किया है
नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि भाजपा आदिवासी वर्ग से आने वाले विजय शाह का पूर्व में भी कई बार अपमान कर चुकी है। इससे उसकी आदिवासी विरोधी मानसिकता उजागर होती है। यदि भाजपा को आदिवासी वर्ग की इतनी चिंता थी तो उन्हें गोपाल भार्गव की जगह उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाना था। हारने वाले पद पर आदिवासी वर्ग के विजय शाह को भाजपा प्रत्याशी बनाकर भाजपा किस मुंह से अपने आपको आदिवासी वर्ग हितैषी कह रही है। भाजपा ने विजय शाह को आज सदन में अलग थलग छोड़ दिया और मत विभाजन से भाग खड़ी हुई।
साबित हो गया कांग्रेस सरकार लंगड़ी नहीं है
सलूजा ने कहा कि आज मत विभाजन से कांग्रेस को मिले 120 मतों से यह स्पष्ट हो गया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार एक मजबूत सरकार है, अल्पमत की सरकार नहीं है। उसके सामने कोई संकट नहीं है। कांग्रेस सरकार अपने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। भाजपा द्वारा कांग्रेस को लेकर लगातार बयानबाजी की जा रही है कि यह अल्पमत की लंगड़ी सरकार है। भाजपा के इस दुष्प्रचार की असलियत आज विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में मत विभाजन से स्पष्ट हो गयी है।