भोपाल। फ्लोर मैनेजमेंट में माहिर सांसद एवं सीएम कमलनाथ अपने ही विधायकों की संभावित हॉर्स ट्रेडिंग से घबरा गए हैं। 7 जनवरी को विधानसभा का पहला सत्र शुरू होने जा रहा है। कमलनाथ को डर है कि मध्यप्रदेश में भी हॉर्स ट्रेडिंग हो सकती है। भाजपा अचानक फ्लोर पर ब्लास्ट कर सकती है।
सीएम कमलनाथ ने अपने विधायकों को अपने पाले में बनाए रखने के लिए शुक्रवार देर रात कुछ ऐसे होटल बुक करा दिए हैं जो भोपाल शहर से थोड़ी दूरी पर हैं। पार्टी को आंशका है कि अध्यक्ष के चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह दो दिन पहले ही विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जता चुके हैं। उन्होंने इस संबंध में भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह का नाम भी लिया था।
शिवराज सिंह फेल हुए तो कांग्रेस की चिंता बढ़ गई
जब तक शिवराज सिंह चौहान भाजपा को लीड कर रहे थे तब तक कांग्रेस और कमलनाथ निश्चिंत थे परंतु जैसे ही नेता प्रतिपक्ष के लिए नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह का नाम सामने आया तो कांग्रेसी दिग्गज घबरा गए। नरोत्तम मिश्रा का फ्लोर मैनेजमेंट विधानसभा में पहले भी जादू दिखा चुका है। कांग्रेस के पास सिर्फ 114 है, निर्दलीय मंत्री मिलाकर 115 जबकि निर्दलीय 03, बसपा 02 और सपा 01 स्वतंत्र हैं। वो कुछ भी कर सकते हैं। वोटिंग के समय कांग्रेस के कुछ विधायक अनुपस्थित भी हो सकते हैं।