भोपाल। सीधी के पूर्व सांसद मानिक सिंह की सिफारिश लेकर मंत्री उमंग सिंघार से मिलने आए एसडीओ एसपीएस गहरवार को सस्पेंड कर दिया गया। मंत्री ने खुद अधिकारी को सस्पेंड किया। बता दें कि एसडीओ ने अपने वरिष्ठ अधिकारी पर रिवाल्वर तान दिया था। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में विभागीय जांच चल रही है। पूर्व सांसद मानिक सिंह वहीं हैं जिन्होंने अपनी पत्नी को टिकट ना मिलने पर 2014 में सामूहिक इस्तीफे करवाए थे।
रीवा एसडीओ एसपीएस गहरवार पर आरोप है कि उन्होंने अपने डीएफओ विपिन पटेल से अभद्र व्यवहार किया था। वे इससे पहले सीधी जिले में पदस्थ रहे हैं। वहां भी उन्होंने अपने वरिष्ठ तत्कालीन डीएफओ वायपी सिंह पर रिवॉल्वर तान दी थी। इस मामले में पूर्व वन बल प्रमुख नरेंद्र कुमार ने उन्हें निलंबित किया था। बाद में गहरवार को बहाल कर रीवा में पदस्थ किया गया था लेकिन विभागीय जांच चल रही थी।
उन पर आर्थिक अनियमितता के आरोप लगे हैं जिसकी एपीसीसीएफ सामुदायिक वन प्रबंधन परियोजना जांच कर रहे थे। इसी मामले में अगस्त 2018 में गहरवार ने डीएफओ पटेल से उन्हीं के कक्ष में जाकर अभद्र व्यवहार किया था। यह घटनाक्रम विभाग के वरिष्ठ अफसरों के साथ मंत्री तक पहुंचा था। विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए गहरवार पूर्व सांसद की सिफारिश लेकर शुक्रवार को मंत्री से मिलने पहुंच गए।
जैसे ही वे मंत्री के सामने पहुंचे और पूर्व सांसद का नाम बताया तो मंत्री नाराज हो गए और उन्होंने तत्काल विभाग के अपर मुख्य सचिव केके सिंह को फोन कर गहरवार को निलंबित करने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश पर विभाग ने दोपहर में गहरवार के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं।