भोपाल। दिग्विजय सिंह खेमे के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक केपी सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। इसके कारण वो लगातार नाराज चल रहे हैं। नाराजगी का आलम यह है कि उनके समर्थक ज्योतिरादित्य सिंधिया को सोशल मीडिया पर खुली धमकियां तक दे रहे हैं।
केपी सिंह पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने दिल्ली गए थे। इससे पहले बताया गया था कि सिंधिया ने केपी सिंह का नाम मंत्रियों की लिस्ट से कटवा दिया परंतु बाद में खबर आई कि दिग्विजय सिंह की लिस्ट में केपी सिंह, एदल सिंह और बिसाहूलाल का नाम ही नहीं था। माना जा रहा था कि सिंधिया से मुलाकात के बाद केपी सिंह के रास्ते साफ हो गए होंगे परंतु ऐसा नहीं हुआ।
सीएम कमलनाथ ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विधायक दल की बैठक बलाई लेकिन केपी सिंह नहीं पहुंचे। दूसरे दिन आए। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ नाराज चल रहे विधायक राजवर्धन दत्तीगांव से मुख्यमंत्री सीट पर मिलने पहुंचे लेकिन, केपी सिंह ने शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री की ओर देखा तक नहीं। इस घटना के बाद स्पष्ट हो गया है कि केपी सिंह जल्द ही सीएम कमलनाथ को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे।