भोपाल। कांगेस के 114 के सामने 109 विधायकों वाली भाजपा ने हार नहीं मानी है। विधानसभा सदन के भीतर भाजपा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बार में बयान दे दिया है। अब तक शिवराज सिंह कांग्रेस को वॉकओवर देते नजर आ रहे थे।
विधानसभा में स्पीकर पद का चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव होगा। इस चुनाव के साथ ही तय हो जाएगा कि मध्यप्रदेश में सत्ता का क्या होगा। वो 5 साल पूरे कर पाएगी या लोकसभा चुनाव से पहले ही लुढ़क जाएगी। सत्ता परिवर्तन होगा या फिर से चुनाव लड़े जाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश में अल्पमत वाली सरकार काबिज है। सभी तरह के पहलुओं पर गंभीरता के साथ विचार हो रहा है। इससे पहले महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस भी इस बात के संकेत दे दिए थे।
वहीं बीजेपी के विधान सभा स्पीकर पद के लिए प्रत्याशी उतारने के संकेत पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिली है। सदन में भी हार झेलना पड़ेगा। वहीं कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी उतार कर बीजेपी परंपराओं का उल्लंघन कर रही है। भूरिया ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी उतारा तो बीजेपी उपाध्यक्ष पद भी खो देगी।
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा सत्र सात जनवरी से शुरू होगा। कांग्रेस की नई सरकार जोरदार तैयारी से सत्र में उतरेगी। वहीं जानकारी के अनुसार इस बार विधानसभा सत्र के हंगामा खड़ा करना सदस्यों पर भारी पड़ सकता है। उनके खिलाफ सरकार एक्शन के मूड में है। बीजेपी अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है।