भोपाल। सीधी जिले में डॉ. शिवम मिश्रा आत्महत्या मामले में सवर्ण समाज आंदोलित हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग तीखी प्रतिक्रियाएं दर्ज करा रहे हैं। इधर लोकल मीडिया ट्रायल में कुछ नए खुलासे भी हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीधी के स्वाथ्य विभाग में एक गिरोह है जो इस तरह की साजिश रचता है। इससे पहले भी एक डॉक्टर को इसका शिकार बनाया गया था।
बता दें कि एमबीबीएस डॉक्टर शिवम मिश्रा चुरहट अस्पताल में पदस्थ थे। यहां उन्हे ज्यादा समय नहीं हुआ था परंतु मरीजों के प्रति उनके अच्छे व्यवहार ने उन्हे लोकप्रिय बना दिया था। कहा जा रहा है कि डॉक्टर शिवम मिश्रा नियमों का पालन करते थे और यही कारण रहा कि वो इस रैकेट के जाल में फंस गए। लोकल मीडिया से आ रहीं खबरों के अनुसार एक रैकेट यहां कई तरह के नियम विरुद्ध काम करता है। यह रैकेट चाहता था कि डॉक्टर शिवम मिश्रा भी उनके नियम विरुद्धा कामों को ना केवल नजरअंदाज करें बल्कि जहां जहां उनके हस्ताक्षर की जरूरत है, बिना सवाल किए करते जाएं। डॉक्टर शिवम मिश्रा ने इसे अस्वीकार कर दिया और यही कारण रहा कि उनके खिलाफ साजिश रची गई।
बताया जा रहा है कि इस रैकेट ने डॉक्टर शिवम मिश्रा से पहले भी एक डॉक्टर के खिलाफ इसी तरह एससी एसटी एक्ट के तहत झूठा मामला दर्ज कराया गया था। कहा तो यह भी जा रहा है कि विभाग के वरिष्ठ स्तर के अधिकारी इस रैकेट के सूत्र संचालक हैं। बीते रोज सीधी जिले के वकीलों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। अब यह मामला सीधी जिले से बाहर निकलकर मध्यप्रदेश में मुद्दा बनता जा रहा है।