भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने युवाओं के रोजगार को लेकर कांग्रेस के वचनपत्र में जो वायदा किया था उसे कांग्रेस सरकार बनने के बाद निभाया है।
सलूजा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहरी गरीब युवाओं को सुनिश्चित रोजगार देने के लिये मनरेगा की तर्ज पर मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना लागू की है। इसके अंतर्गत प्रदेश में 10 फरवरी से सभी नगरीय निकायों में बेरोजगार युवाओं का पंजीयन शुरू होगा। शहरी बेरोजगारों को उनकी इच्छा के अनुरूप क्षेत्र में रोजगार की गारंटी दी जायेगी। उन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिलवाया जायेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिये नगरीय निकायों को एजेंसी बनाया गया है।
इसी तरह उद्योगनीति में परिवर्तन कर नये उद्योगों में सत्तर प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार देने की नीति बनायी है। जो उद्योग स्थानीय युवाओं को रोजगार देंगे उन्हें कर्मचारी की तनख्वाह का 25 प्रतिशत अधिकतम दस हजार रूपये तक सरकार देगी। इसी तरह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिये इंदौर, भोपाल, छिंदवाड़ा और रतलाम में चार गारमेंट पार्क बनाने का फैसला भी सरकार ने लिया है।
नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तो भाजपा सरकार में बड़ी संख्या में रोजगार देने का झूठा वायदा युवाओं से किया था। रोजगार मेलों के नाम पर चुनावी वर्ष में युवाओं को न केवल गुमराह किया, बल्कि धोखा भी दिया था। भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने के मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई। यही कारण है कि भाजपा के 15 साल के शासन में बड़ी संख्या में युवाओं ने निराश होकर आत्महत्या की। इस दौरान बेरोजगारी के कारण युवाओं की आत्महत्याओं की घटना में 20 गुना वृद्धि हुई और प्रतिदिन औसतन दो युवा आत्महत्या करते रहे। भाजपा शासनकाल के पिछले दो वर्षों में बेरोजगारी 53 प्रतिशत बढ़ी।
शिवराज सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण में वर्ष 2016 में 11.24 लाख पंजीकृत बेरोजगारों में से मात्र 422 लोगों को रोजगार देने का उल्लेख सामने आया था। यह सारे आंकड़े चैंकाने वाले थे और पिछली भाजपा सरकार के रोजगार के दावों की पोल इन आंकड़ों ने खोली थी। अब कमलनाथ सरकार प्रदेश में लगे इस दाग को धोने का प्रयास कर रही है। युवाओं के रोजगार को लेकर वे निरंतर निर्णय ले रहे हैं।