भोपाल। तीन साल पहले राज्य शिक्षा केंद्र समेत अन्य विभागों के लिए हुई संविदा लेखापाल भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की जांच की मांग इन पदों पर चयनित उम्मीदरों ने सीएम से की है। कांग्रेस ने वचन पत्र में यह वादा भी किया है। वादा याद दिलाने प्रदेश भर के कई उम्मीदवार शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले और ज्ञापन सौंपा।
चयनित उम्मीदवार संघर्ष समिति के विनोद धाकड़ ने बताया कि संविदा लेखापाल के 2519 पदों के लिए 5 अप्रैल 2015 को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में एक साथ परीक्षा आयोजित की गई थी। व्यापमं के जरिए हुई इस भर्ती परीक्षा में 2208 पद राज्य शिक्षा केंद्र के लिए रखे जाने का प्रावधान था। इसमें 39 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। 6 जुलाई 2015 को परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए थे।
धाकड़ का कहना है कि चयनित उम्मीदवार आस लगाए बैठे थे कि इस पद पर उनकी भर्ती हो जाएगी, लेकिन इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 595 उम्मीदवारों की काउंसलिंग कर ली। 158 पद बैक डोर एंट्री से संविदा पर तैनात कर्मचारियों से भर लिए गए। ये 158 उम्मीदवार वे थे जिन्हें बिना परीक्षा दिए इस पद पर रख लिया गया था।