भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा सदन के भीतर सत्र शुरू होते ही हंगामा हो गया। सदन की आसंदी से प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) दीपक सक्सेना ने विधानसभा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी एनपी प्रजापति को अध्यक्ष घोषित कर दिया। नियम पांच का हवाला देकर पहले प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया। बता दें कि 52 साल बाद मध्यप्रदेश में विधानसभा के स्पीकर का चुनाव हो रहा है। सामान्यत: विधानसभा अध्यक्ष निर्विरोध चुने जाते हैं। इससे पहले 1967 में चुनाव हुए थे।
(अपडेट: भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष पद हेतु चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई। मतविभाजन से चुनाव किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अपनाई गई प्रक्रिया के विरोध में भाजपा विधायकों ने पैदल मार्च निकाला। वो विधानसभा सदन से राजभवन तक पैदल मार्च करते हुए गए। शिवराज सिंह ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया। एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। श्री प्रजापति को सदन में 120 वोट मिले। कांग्रेस ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। )
(अपडेट: भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष पद हेतु चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई। मतविभाजन से चुनाव किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अपनाई गई प्रक्रिया के विरोध में भाजपा विधायकों ने पैदल मार्च निकाला। वो विधानसभा सदन से राजभवन तक पैदल मार्च करते हुए गए। शिवराज सिंह ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया। एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। श्री प्रजापति को सदन में 120 वोट मिले। कांग्रेस ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। )
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने अध्यक्ष पद के चुनाव का प्रस्ताव पेश किया। एनपी प्रजापति के पक्ष में चार प्रस्ताव प्रोटेम स्पीकर के पास पहुंचे। पांचवां प्रस्ताव भाजपा के विजय शाह का पहुंचा। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर ने नियम पांच का हवाला देकर पहले आए प्रस्ताव को अनुमोदित करते हुए एनपी प्रजापति को नया विधानसभा अध्यक्ष घोषित कर दिया।
एनपी प्रजापति को अध्यक्ष घोषित किए जाते ही भाजपा विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया।
प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) ने सदन की कार्रवाई को 10 मिनट के लिए स्थगित किया।
सदन जुटते ही फिर से हंगामा शुरू हो गया। भाजपा विधायक वेल में जाकर नारेबाजी करने लगे।
भाजपा विधायक वोटिंग कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
उनका आरोप है कि कांग्रेस सरकार मतदान से डर गई है। उसे अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।
इससे पहले:
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हुई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खड़े होकर नए विधायकों और नेता प्रतिपक्ष बधाई दी।
सोमवार को भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पद हेतु वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं विधायक विजय शाह को प्रत्याशी घोषित किया।
विधानसभा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विजय शाह ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।